✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बिहार/नई दिल्ली/सोजत।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की धरती से आतंकियों को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस हमले के पीछे जो भी हैं, उन्हें उनकी सोच और कल्पना से भी अधिक खतरनाक सजा दी जाएगी। पीएम मोदी का यह बयान उस समय आया जब वे बिहार के भागलपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत अब चुप बैठने वाला नहीं है, और आतंक के हर साजिशकर्ता को उसकी कीमत चुकानी ही पड़ेगी।
पहलगाम में हुआ था कायराना हमला
बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकियों ने एक पर्यटक वाहन पर हमला किया था, जिसमें कई निर्दोष नागरिक घायल हुए। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिला।
पीएम मोदी का तीखा प्रहार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं उन लोगों को चेतावनी देता हूं जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया या उसमें सहयोग किया। उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो उन्होंने कभी सोची भी नहीं होगी। यह नया भारत है जो आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का सामर्थ्य रखता है।”
बिहार की जनता से भावनात्मक जुड़ाव
सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिहार की जनता से भी भावनात्मक अपील की। उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि जनभावनाओं से भी जुड़ी है। बिहार ने हमेशा देश के लिए बलिदान दिए हैं और अब समय आ गया है कि पूरे देश की एकजुटता से आतंकवाद का सफाया हो।
राजनीतिक संदेश भी स्पष्ट
पीएम मोदी का यह बयान सिर्फ एक चेतावनी नहीं था, बल्कि एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी था कि केंद्र सरकार आतंक के खिलाफ किसी भी हद तक जाने को तैयार है। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी दोहराया कि आतंकियों को “बचने नहीं दिया जाएगा”, चाहे वे देश के भीतर हों या सीमा पार।
आने वाले समय में बड़ा एक्शन संभव
प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है। सुरक्षा एजेंसियों को पहले ही अलर्ट पर रखा गया है और जम्मू-कश्मीर में सर्च ऑपरेशनों को और तेज कर दिया गया है।
बिहार की धरती से प्रधानमंत्री मोदी का यह सख्त संदेश सिर्फ आतंकियों के लिए नहीं, बल्कि देशवासियों के लिए भी एक आश्वासन है कि भारत अब आतंक के सामने झुकने वाला नहीं। आने वाले दिनों में आतंकवाद के खिलाफ और भी निर्णायक कदम उठाए जा सकते हैं।