नई दिल्ली / जम्मू-कश्मीर / फिरोजपुर – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर है। इस हमले में 26 निर्दोष हिंदू पर्यटकों की जान चली गई, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक हुई जिसमें भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रोकना, अटारी चेक पोस्ट बंद करना, वीजा सुविधा निलंबित करना, उच्चायुक्तों को वापस बुलाना, और सख्त राजनयिक संदेश भेजना शामिल हैं।
इस बीच, भारत-पाक सीमा से एक और बड़ी खबर सामने आई है जिसने हालात को और भी संवेदनशील बना दिया है। पंजाब के फिरोजपुर जिले के ममदोट सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में चला गया, जहां पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि जवान एक स्थानीय किसान की सहायता के लिए कंबाइन मशीन के साथ खेत में कार्य कर रहा था, जहां तारबंदी के पार जाते समय वह अनजाने में पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हो गया।
घटना के तुरंत बाद, पाक रेंजर्स ने न केवल उस जवान को पकड़ा, बल्कि उसकी राइफल भी जब्त कर ली। रात में बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच फ्लैग मीटिंग हुई, लेकिन वह बेनतीजा रही। अभी भी भारत की ओर से उच्च स्तरीय बातचीत जारी है और जवान की सुरक्षित वापसी के प्रयास पूरे जोरों से किए जा रहे हैं।
इस घटनाक्रम के बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक गुरुवार 24 अप्रैल को बुलाई है। यह निर्णय भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के कुछ ही घंटे बाद लिया गया है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि की है, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत के बयानों और कदमों पर चर्चा की जाएगी।
देश में गुस्से का माहौल
पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में लोगों में भारी गुस्सा और शोक है। लोग आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सरकार द्वारा लिए गए कड़े फैसलों को जनता का समर्थन मिल रहा है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन जारी है, और कई संदिग्धों की धरपकड़ की जा रही है।