✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
01 मई, गुरुवार 2025-26
सोजत/अजमेर:
राजस्थान के अजमेर में आज सुबह एक दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य झुलस गए। डिग्गी बाजार स्थित नाज होटल में सुबह करीब 8 बजे अचानक आग लग गई, जिसने पलभर में ही पूरे होटल को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही देर में होटल की पांचवीं मंजिल तक लपटें पहुंच गईं। वहां ठहरे दर्जनों जायरीन और टूरिस्ट अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदते नजर आए।
मां की ममता ने दिखाई बहादुरी: बच्चे को बचाने के लिए खिड़की से फेंका नीचे
हादसे के दौरान एक मां ने अद्भुत साहस दिखाते हुए अपने मासूम बच्चे को खिड़की से नीचे फेंक दिया। बच्चा मामूली रूप से झुलसा लेकिन उसकी जान बच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मां भी कूदने जा रही थी लेकिन लोगों ने उसे रोक लिया। कई अन्य लोगों ने भी खिड़की से कूदकर जान बचाई, जिसमें कुछ गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
जेएलएन अस्पताल में भर्ती, चार की मौत की पुष्टि
झुलसे हुए लोगों को तत्काल जवाहरलाल नेहरू (JLN) हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां चार लोगों की मौत की पुष्टि अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अरविंद खरे ने की है। कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
धमाके के साथ शुरू हुई आग: शॉर्ट सर्किट की आशंका
होटल के पास मौजूद प्रत्यक्षदर्शी मांगीलाल कलोसिया ने बताया कि पहले AC फटने की जोरदार आवाज आई और फिर देखते ही देखते होटल धुएं और आग में घिर गया। लोग डर के मारे भागने लगे। कई लोगों ने खुद कांच तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश की।
संकरा रास्ता बना रेस्क्यू में बाधा
डिग्गी बाजार का रास्ता संकरा होने की वजह से दमकल और राहत दल को मौके पर पहुंचने में देरी हुई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आधे घंटे बाद पहुंचीं, जिससे आग पर काबू पाने में और ज्यादा वक्त लग गया। राहत कार्य के दौरान कई पुलिस और फायरकर्मियों की तबीयत भी बिगड़ गई।
मौके पर पुलिस बल तैनात, आग के कारणों की जांच जारी
मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड़ और अन्य अधिकारी मौजूद हैं। फिलहाल आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, लेकिन जांच जारी है।
भीषण हादसा, सवालों के घेरे में होटल की सुरक्षा व्यवस्था
इस दर्दनाक हादसे ने होटल की सुरक्षा व्यवस्था और अग्निशमन इंतजामों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। नाज होटल में फायर सेफ्टी का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं था, जिस वजह से यह हादसा और भी भयावह बन गया।
स्थानीय प्रशासन ने किया मुआवजे का ऐलान
प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
यह हादसा न सिर्फ अजमेर, बल्कि पूरे राजस्थान के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी भारी पड़ सकती है।