✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
पटना।
बिहार में मौसम की मार अब जानलेवा साबित हो रही है। सोमवार रात को एक हृदयविदारक हादसे में आसमानी बिजली ने एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों को मौत की नींद सुला दिया। यह दर्दनाक घटना राजधानी पटना के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के अब्बू मोहम्मदपुर गांव की है, जहां खेत में काम कर रहे दादा, बेटे और पोते की वज्रपात से मौके पर ही मौत हो गई।
बिजली नहीं, मौत बनकर गिरी ठनका
सोमवार रात करीब 11 बजे तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई थी। खेत में गेहूं की कटाई कर रहे रामानंद राय (65), उनके बेटे सुबोध प्रसाद (45) और पोते रितेश कुमार (15) ने बारिश से बचने के लिए ट्रैक्टर के डाले के नीचे शरण ली। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। अचानक ट्रैक्टर पर आसमान से बिजली गिरी और देखते ही देखते तीनों की सांसें थम गईं।
परिजनों की आंखों के सामने उजड़ गया पूरा परिवार
हादसे की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। मृतकों के परिजन श्रवण कुमार ने बताया, “मेरे दादा, पापा और छोटे भाई की एक साथ मौत हो गई है। सब कुछ खत्म हो गया।” यह कहते हुए वह बेसुध होकर गिर पड़े।
अन्य लोग भी घायल, इलाज जारी
हादसे के वक्त चार से पांच अन्य लोग भी ट्रैक्टर के पास मौजूद थे, जो घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल बख्तियारपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीण साजन कुमार ने बताया, “ठनका गिरते ही शरीर बुरी तरह झुलस गया। तीनों की मौत तत्काल हो गई।”
पुलिस ने संभाला मोर्चा, शव भेजे गए पोस्टमार्टम को
घटना की जानकारी मिलते ही बख्तियारपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। चौकीदार राजू कुमार ने बताया, “मैं स्वयं घटनास्थल पर था। यह मौत ठनका गिरने से हुई है। बहुत ही दर्दनाक दृश्य था।”
बिहार में ठनका से तबाही, मौसम विभाग का अलर्ट
बिहार के कई जिलों में लगातार बारिश और वज्रपात का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है। लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है।
सावधान रहें, सतर्क रहें
प्राकृतिक आपदा के इस दौर में सावधानी ही सुरक्षा है। खुले में रहने से बचें, विशेष रूप से बारिश और गरज-चमक के दौरान। जानकारों के अनुसार ठनका अधिकतर ऊंची वस्तुओं और लोहे के संपर्क में आने से गिरती है, ऐसे में खेतों, पेड़ों और ट्रैक्टरों से दूर रहना चाहिए।