ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक का बदला रुख
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली/इस्लामाबाद। भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से बड़ा बयान आया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि पाकिस्तान अपनी हिफाजत करने में पूरी तरह सक्षम है, लेकिन अगर भारत युद्धविराम करता है, तो पाकिस्तान भी पीछे हटने को तैयार है।
ख्वाजा आसिफ ने कहा, “हम शांति चाहते हैं। अगर भारत कदम पीछे लेता है, तो हम भी कोई आक्रामक कदम नहीं उठाएंगे। पाकिस्तान तनाव नहीं बढ़ाना चाहता और हालात को काबू में रखना चाहता है।”
इस बयान को भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की रणनीतिक नरमी के तौर पर देखा जा रहा है।
भारत द्वारा सीमावर्ती इलाकों में की गई हालिया सैन्य कार्रवाई, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है, ने पाकिस्तान के सुरक्षा प्रतिष्ठानों को झकझोर दिया। सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन पाकिस्तान के आतंकी लॉन्च पैड्स को निशाना बनाकर किया गया था।
पाक का बदला रुख – दबाव में या शांति की पहल?
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ऐसे में पाकिस्तान का यह ‘शांति प्रस्ताव’ कूटनीतिक रणनीति भी हो सकती है, जिसे अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते अपनाया गया हो।
क्या होगा अगला कदम?
भारत की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन रक्षा सूत्रों का कहना है कि जब तक पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद बंद नहीं किया जाता, तब तक सैन्य स्तर पर किसी तरह की ढील की उम्मीद नहीं है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का यह बयान एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सैन्य मोड़ का संकेत हो सकता है। हालांकि भारत की रणनीति स्पष्ट है – आतंक के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस। आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच हालात किस दिशा में बढ़ते हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।