✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत, 23 मई 2025:
सोजत उपखण्ड में सरकारी विभागों की कार्यशैली पर सवालिया निशान तब खड़े हो गए जब आज अधोहस्ताक्षरकर्ता अधिकारी द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में भारी लापरवाही सामने आई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विभिन्न विभागों में कार्यरत कुल 95 अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यस्थलों से अनुपस्थित थे।
निरीक्षण का उद्देश्य यह जानना था कि क्या सभी सरकारी कर्मचारी राज्य सरकार द्वारा निर्धारित समयबद्धता का पालन कर रहे हैं या नहीं। लेकिन परिणाम चिंताजनक रहे। उपखण्ड क्षेत्र के अनेक राजकीय कार्यालयों में कर्मचारियों की गैरमौजूदगी से स्पष्ट हुआ कि अनुशासन और कार्यसंस्कृति की भारी कमी बनी हुई है।
औचक निरीक्षण के दौरान दो विभागों के कार्यालय — उप-पंजीयन कार्यालय सोजतसिटी और जल ग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग सोजत — पर ताला लटका मिला। इन कार्यालयों में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। यह स्थिति न केवल आम जनता की सेवाओं में बाधा डालती है, बल्कि शासन के प्रति जवाबदेही पर भी सवाल खड़े करती है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए सभी अनुपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इसके साथ ही जिन कार्यालयों में ताले लगे पाए गए, उनके कार्यालयाध्यक्षों को भी नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
इस औचक कार्रवाई से यह स्पष्ट संकेत गया है कि उपखण्ड प्रशासन अब सरकारी कामकाज में लापरवाही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रशासन द्वारा यह चेतावनी भी दी गई है कि यदि उचित जवाब नहीं मिले तो आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई तय मानी जाए।
सारांश रूप में:
- 95 अधिकारी/कर्मचारी गैरहाजिर
- दो सरकारी कार्यालय बंद मिले
- सभी को कारण बताओ नोटिस जारी
- प्रशासन ने जताई कड़ी नाराजगी
यह कार्रवाई सरकारी तंत्र में जवाबदेही और अनुशासन को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। अब देखना यह होगा कि संबंधित अधिकारी-कर्मचारी अपने जवाबों में क्या सफाई देते हैं और प्रशासन इस पर क्या अगला कदम उठाता है।