
संगतः अपनी बात-किताबों के साथ
वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही
जोजावर। ‘राजस्थान स्कूल पुस्तकालय संवर्धन परियोजना के अंतर्गत शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार के बच्चों के लिए नवाचार परक शैक्षिक चिंतन के साथ बाल साहित्य से जुड़ाव एवं गतिविधियों के माध्यम से सीखने की दिशा में समग्र शिक्षा, पाली एवं सेंटर फॉर माइक्रोफाइनेंस (टाटा ट्रस्ट्स की सहयोगी संस्था) के संयुक्त प्रयास से स्थानीय महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय जोजावर में सात दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य महेंद्र चौधरी ने बताया कि जिले में पुस्तकालयों के माध्यम से बच्चों को समझ के साथ पढ़ने, आनंद के साथ पढ़ने का समर्थन और पठन संस्कृति के लिए वातावरण निर्माण के उद्द्देश्य से ब्लॉक स्तरीय मॉडल बाल-पुस्तकालय की स्थापना कर पुस्तकालय कार्य की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का समावेश कर एक मॉडल प्रस्तुत करने का कार्य किया जा रहा है। बच्चों में सृजनात्मकता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने, बाल साहित्य के प्रति रुचि पैदा करने एवं आनंद के साथ पढ़ने की आदत बनाने के उद्देश्य से ग्रीष्मावकाश में 6 से 14 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों के लिए सात दिवसीय समर कैंप का आयोजन मॉडल लाइब्रेरी में किया गया।

जिसमें बाल साहित्य से जुडी विविध रचनात्मक गतिविधियों के अंतर्गत उत्प्रेरक, पठन और लेखन गतिविधियाँ जैसे बाल गीत, खेल, बुक टॉक, रीड अलाउड, रीडर्स थिएटर, रोल प्ले, स्वतंत्र पठन, साझा पठन, समूह पठन, किताब पर चर्चा, पुस्तकों का डिस्प्ले आदि के साथ साथ आर्ट और क्राफ्ट गतिविधियों में चित्रकारी, पेंटिंग, धागा, थंब पेंटिंग, ओरिगेमी, कबाड़ से जुगाड़, भावनात्मक अभिव्यक्ति गतिविधियों में प्रेरक फिल्म दिखाकर चर्चा, नृत्य आदि सत्र आयोजित किये गए। कैंप में बच्चों को प्रत्येक शनिवार को राजस्थान शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा साप्ताहिक ई-पत्रिका हवामहल के बारे में भी जानकारी दी गई। इन रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से 60 से अधिक बच्चों ने अपनी कल्पनाओं को पंख दिए और प्रत्येक गतिविधि में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इन गतिविधियों से बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि और स्वयं कर के सीखने की प्रवृत्ति का विकास हुआ है। साथ ही बच्चों ने समूह चर्चाओं के माध्यम से अपने विद्यालयों में लाइब्रेरी के सञ्चालन और सहयोग करने में अपनी भूमिका पर भी अपनी समझ बनाई। बच्चों ने अपनी पसंद की किताबें इशु करवा कर पढ़ने का भी आनंद लिया ।
गतिविधियों के सफल सञ्चालन हेतु स्थानीय विद्यालय की पुस्तकालय प्रभारी शिक्षिका हेमा मीणा, गोमा राम, प्रकाश मौर्य, फरजाना एवं विद्यालय की विद्यार्थी पुस्तकालय परिषद् के स्वयंसेवक ललिता, मांगी, भावना, निरमा, दिव्यशी, रिंकू, गीता, मानव, मांगीलाल, कश्यप आदि ने सहयोग प्रदान किया।
अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक प्रवीण चारण ने बताया कि पाली जिले के पाली, बाली एवं मारवाड़ जंक्शन ब्लॉक में पुस्तकालय संवर्धन हेतु कार्य किया जा रहा है एवं इन ब्लॉक में प्रत्येक ब्लॉक में मॉडल लाइब्रेरी स्थापित की गई है जहाँ 101 विद्यालयों के प्रशिक्षण एवं अन्य रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही है। आगामी समय में बाली जिले में भी समुदाय के साथ मिलकर समर कैंप का आयोजन किया जायेगा।
टाटा ट्रस्ट्स के समन्वयक दिलीप शर्मा ने बताया की “राजस्थान स्कूल पुस्तकालय संवर्धन परियोजना” के अंतर्गत राज्य में वर्ष 2020-21 से स्कूल पुस्तकालयों के संवर्धन एवं उपयोग को बढ़ावा देने हेतु शिक्षक प्रशिक्षण व मॉडल बाल पुस्तकालयों की स्थापना के माध्यम से संस्था द्वारा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद्,राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् (आरएससीईआरटी) एवं जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के साथ मिलकर सभी 33 जिलों से चयनित कुल 3345 विद्यालयों (प्रति जिला 101 विद्यालय) में पुस्तकालय संवर्धन एवं शिक्षक-प्रशिक्षण पर कार्य किया जा रहा है। परियोजनान्तर्गत प्रशिक्षित एसआरजी सदस्यों द्वारा जिला स्तर पर विकसित मॉडल बाल पुस्तकालयों का उपयोग कर पुस्तकालयाध्यक्ष एवं पुस्तकालय प्रभारी शिक्षक प्रशिक्षण, पुस्तकालय कार्य की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं के माध्यम से कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या जान विकास के प्रदर्शन एवं पुस्तकालय से लाभान्वित करने का कार्य किया गया है। राज्य में स्वतंत्र शोध निकायों द्वारा उच्च प्राथमिक कक्षाओं तक विद्रयर्थियों को आनंददायी तरीकों से सीखने सिखाने में मॉडल बाल पुस्तकालयों की सार्थक उपयोगिता को प्रमाणित किया गया है। ग्रीष्मावकाश के दौरान सभी 33 जिलों की मॉडल बाल पुस्तकालय में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है एवं बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से पढ़ने में रुचि और किताबी से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है ताकि बच्चे में पढ़ने के कौशलों का विकास हो और बच्चे सक्रिय पाठक बनकर अपनी क्षमताओं के अनुरूप बेहतर प्रदर्शन कर पायें।
समर कैंप में भामाशाह गोमा राम, मुकेश तंवर, घीसू लाल रावल, मुरलीदास वैष्णव के सहयोग से बच्चों के लिए प्रतिदिन अल्पाहार की व्यवस्था की गई।
समर कैंप 19 मई 2025 से 25 मई 2025 तक महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय जोजावर में महेंद्र चौधरी प्रधानाचार्य के मार्गदर्शन में संचालित किया गया।
