✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
खास खबर | ज्योतिष विशेष
हिंदू धर्म और वैदिक ज्योतिष में राहु को छाया ग्रह कहा गया है, जो व्यक्ति के जीवन में अचानक उथल-पुथल, भ्रम, मानसिक तनाव और विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न करता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु अशुभ स्थान पर बैठा हो या राहु की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, तो उसका जीवन अनेक संकटों से भर जाता है। लेकिन कुछ सरल और प्रभावशाली उपायों को अपनाकर राहु के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
राहु के शांति हेतु करें ये जरूरी उपाय:
- संध्या के समय करें ये दान:
अपनी शक्ति के अनुसार काले-नीले फूल, गोमेद रत्न, नारियल, मूली, सरसों, नीलम, कोयला, खोटे सिक्के और नीला वस्त्र किसी कोढ़ी व्यक्ति को दान करें। - राहु की प्रसन्नता के लिए इन वस्तुओं का दान करें:
लोहे के हथियार, नीला वस्त्र, कंबल, लोहे की चादर, तिल, सरसों का तेल, बिजली से जुड़ी वस्तुएं (जैसे बल्ब, वायर), नारियल और मूली का दान राहु को शांत करता है। सफाई कर्मियों को लाल अनाज का दान भी विशेष फलदायी होता है। - रत्न और व्रत:
राहु से पीड़ित व्यक्ति को राहु संबंधी रत्न (गोमेद) का दान करना चाहिए। शनिवार का व्रत रखना, राहु की दशा में विशेष लाभ देता है। - कौए और ब्राह्मणों को करें भोजन दान:
मीठी रोटी कौए को खिलाएं और ब्राह्मणों या गरीबों को चावल और उड़द की दाल का भोजन कराएं। - रोगियों और कन्याओं की सहायता करें:
कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति की सेवा करें और किसी गरीब कन्या का विवाह कराने में सहयोग करें। - रात को जौ सिरहाने रखें:
राहु की दशा से राहत पाने के लिए रात को सोते समय सिरहाने जौ रखें और प्रातः उठकर उन्हें दान करें।
राहु की दशा में इन वस्तुओं को धारण करें:
- अष्टधातु का कड़ा दाहिने हाथ में पहनें।
- हाथी दांत का लॉकेट गले में धारण करें।
- सफेद चंदन अपने पास रखें या इसकी माला पहनें।
दान और सत्कर्म से राहु को करें प्रसन्न:
- जमादार या सफाईकर्मी को तंबाकू का दान करें।
- संधिकाल (सूर्योदय और सूर्यास्त) के समय कोई नया या महत्वपूर्ण कार्य न करें।
- किसी का अटका हुआ धन वापस पाने के लिए सुबह पक्षियों को दाना डालें।
- झूठी कसम से बचें।
शुभ मुहूर्त में करें राहु के उपाय:
राहु के नक्षत्र (आर्द्रा, स्वाती, शतभिषा), शनिवार का दिन और शनि की होरा राहु के टोटकों के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।
क्या न करें – राहु की दशा में बचाव जरूरी:
- मदिरा और तंबाकू से दूर रहें।
- संयुक्त परिवार में रहने से राहु की दशा में संघर्ष बढ़ता है, अतः यथासंभव एकल जीवन शैली अपनाएं।
राहु की दशा जीवन में अनचाहे संकट ला सकती है, लेकिन सही उपाय और सत्कर्म से राहु को प्रसन्न कर उसके दुष्प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ज्योतिषीय सलाह के अनुसार समय पर उपाय करने से जीवन में स्थिरता और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
(नोट: किसी भी ज्योतिषीय उपाय को अपनाने से पहले अनुभवी पंडित या ज्योतिषाचार्य की सलाह अवश्य लें।)