अकरम खान कि रिपोर्ट
सोजत सिटी, 22 जून। चारण गढ़वी इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सोजत क्षेत्र के पहले एचपीवी वैक्सीनेशन शिविर का भव्य आयोजन किया गया। इस स्वास्थ्य जागरूकता अभियान का उद्देश्य बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित करना रहा। इस शिविर में 115 बालिकाओं को निशुल्क एचपीवी वैक्सीन लगाई गई।


शिविर का शुभारंभ मां करणी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे, सोजत विधायक श्रीमती शोभा चौहान, फाउंडेशन के एमडी राजा भाई (गुजरात से), पूर्व नगरपरिषद सभापति पाली महेंद्र बोहरा, डीवाईएसपी जेठूसिंह करणोत, रिटा. डीवाईएसपी ओम उज्जवल, भाजपा मण्डल अध्यक्ष कीर्ती राजेश तँवर, सीएमएचओ पाली डा. विकास मारवल, और लोक अभियोजक एडवोकेट पंकज त्रिवेदी,सी आई सोजत देवीदान बारठ,राजेश तँवर सहित कई गणमान्य अतिथि शामिल रहे। सभी अतिथियों का पारंपरिक माल्यार्पण और साफा पहनाकर स्वागत किया गया।

शिविर में चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों में सोजत के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश गुप्ता, डा. अशोक गेहलोत, डा. सुमन कविया, डा. पुष्पेंद्र सिंह, डा. प्रहलाद सिंह, डा. नेहा, डा. कुलदीप सिंह, और मदन गेहलोत जैसे डॉक्टरों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

चारण गढ़वी इंटरनेशनल फाउंडेशन के ग्लोबल अध्यक्ष अनोपसिंह लखावत ने बताया कि यह शिविर पूर्णतः सफल रहा और 115 बालिकाओं को इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि बाजार में इस वैक्सीन की कीमत लगभग 4000 रुपये होती है, लेकिन इस विशेष शिविर में इसे निशुल्क लगाया गया। इस पहल से क्षेत्र की बालिकाओं ने आगे आकर जागरूकता का परिचय दिया और स्वयं को सुरक्षित करवाया।

इस महत्वपूर्ण आयोजन में शहर के कई प्रतिष्ठित नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही जिनमें अमरसिंह बारठ, संस्था के जिलाध्यक्ष महिपालसिंह लखावत, हनुवंत सिंह, अशोक बारठ, जीवनसिंह आशिया, राजेंद्र सिंह आशिया, सुरेश ओझा, देवीलाल सांखला, लालचंद मोयल, सत्तुसिंह भाटी, डा. रशीद गौरी, सुश्री निधि लखावत, नवीन गुप्ता, भवानी शंकर सोनी,हितेन्द्र व्यास और लक्ष्मणराम पालरीया, प्रमुख रूप से शामिल रहे।

कार्यक्रम का सरस संचालन पुष्पतराज मुणोत द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरे आयोजन को भावनात्मक और प्रेरक रूप में प्रस्तुत किया।

चारण गढ़वी इंटरनेशनल फाउंडेशन की यह पहल स्वास्थ्य क्षेत्र में एक अनुकरणीय कदम है। ऐसे आयोजन ना केवल समाज में जागरूकता फैलाते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को स्वास्थ्य के प्रति सजग भी बनाते हैं।