साहित्य मंडल द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कहानी प्रतियोगिता के परिणाम घोषित, महिलाएं आगे रही
रिपोर्ट वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही
कोटा /नाथद्वारा ।राष्ट्रीय कहानी प्रतियोगिता में महिलाओं का वर्चस्व छाया रहा। घोषित 23 परिणामों में प्रथम तीन स्थान सहित 14 पुरस्कार महिलाओं के नाम हुए। प्रतियोगिता में 7 राज्यों के 123 प्रतियोगियों ने भाग लिया। साहित्य मंडल श्रीनाथद्वारा, राजस्थान द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कहानी प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा साहित्य मंडल के प्रधानमंत्री श्री श्याम प्रकाश देवपुरा ने सोमवार को की। यह प्रतियोगिता आगामी हिंदी दिवस – 25 के उपलक्ष्य में आयोजित की गई।
प्रतियोगिता में अहमदाबाद की नमिता सिंह (आराधना) प्रथम, जयपुर की अंजू सक्सेना द्वितीय और शोभा गोयल तृतीय स्थान पर रहीं।
सांत्वना स्थान पर रहे प्रतिभागी:
बैंगलोर की ऋतु भटनागर, छत्तीसगढ़ के अरणी रॉबर्ट, मथुरा के अजीव अंजुम, ग्वालियर के डॉ. नितिन उपाध्याय, भोपाल की सुनीता मिश्रा, जोधपुर की सीमा जोशी मुथा, अजमेर की डॉ. वर्षा नाल्मे, खेरवाड़ा, उदयपुर की डॉ. सीमा बोलिया, भीलवाड़ा की रेखा लोढ़ा स्मित,अजमेर के अखिलेश पालरिया, बूंदी के दिनेश विजयवर्गीय एवं डॉ. सुलोचना शर्मा, झालावाड़ के राजेंद्र शान्तेय एवं रेखा सक्सेना, कोटा की रेखा पंचोली, संजू शृंगी, हेमराज सिंह, प्रज्ञा गौतम, छबड़ा-बारां के टीकम ढोढरिया एवं अंता, बारां की राधा तिवारी
देवपुरा ने बताया कि प्रतियोगिता आयोजन के लिए कोटा के पूर्व संयुक्त निदेशक (जनसंपर्क) डॉ. प्रभात कुमार सिंघल को संयोजक नियुक्त किया गया था। निर्णय के लिए संयोजक सहित पांच सदस्यीय निर्णायक मंडल में शामिल थे:
ओडिशा के साहित्यकार दिनेश कुमार माली, अजमेर के साहित्यकार गोविंद भारद्वाज, कोटा के कथाकार विजय जोशी, साहित्यकार इंदु बाला शर्मा
पुरस्कार एवं सम्मान समारोह:
प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता प्रतियोगियों को नाथद्वारा में साहित्य मंडल द्वारा आयोजित 13-14 सितंबर को हिंदी दिवस के दो दिवसीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक को ₹2100/- रुपए के पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा।नाथद्वारा में ठहरने और भोजन आदि की व्यवस्थाएं साहित्य मंडल द्वारा की जाएंगी। विजेता प्रतियोगी को स्वयं उपस्थित होने पर ही सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा। विस्तृत कार्यक्रम की सूचना पृथक से दी जाएगी। सांत्वना स्थान पर रहने वाले और सभी प्रतिभागियों को संयोजक के माध्यम से डिजिटल प्रमाण पत्र भिजवाए जाएंगे।