अकरम खान की रिपोर्ट।
सोजत। नगर की 972वीं स्थापना वर्षगांठ पर नगर पालिका द्वारा आयोजित सोजत महोत्सव के अंतर्गत बुधवार देर रात रामेराव तालाब परिसर में रसरंग कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। देशभर से आए नामचीन कवियों ने देशभक्ति, हास्य, ओज और श्रृंगार रस की रचनाओं से श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक शोभा चौहान, पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे, पालिकाध्यक्ष मंजू जुगलकिशोर निकुंम सहित अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन से किया।
हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा छाए रहे
पद्मश्री से सम्मानित सुप्रसिद्ध हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने बिखरते परिवारों, पत्नियों से संरक्षण और युवाओं में घटते संस्कारों पर व्यंग्य कसा। उन्होंने कहा, “सुखी वह नहीं है जिसका बेटा अमेरिका रहता है, सुखी वह है जिसका बेटा शाम का खाना पिता के साथ खाता है।” उनकी फब्तियों और पत्नी-धर्मा वाली प्रसिद्ध टैगलाइन पर श्रोता देर तक हंसते रहे।

ओज के स्वर और वीररस की हुंकार
भीलवाड़ा से आए कवि योगेंद्र शर्मा ने ओजस्वी कविता सुनाते हुए कहा – “बाज की ताकत को सपोला आजमाना चाहता है, मदारी फूंक से पर्वत उड़ाना चाहता है।”
मंच संचालन कर रहे वीररस कवि शशिकांत यादव ने “सीमाओं की सुरक्षा के लिए जिसने बहाया रक्त है, उस जवान की उतारे हम आरती” जैसी पंक्तियों से माहौल में जोश भर दिया।

हास्य और श्रृंगार का तड़का
नाथद्वारा के हास्य कवि कानू पंडित ने “बरगद, नीम और अंबुआ की छांव जरूरी है, इसीलिए इस हिंदुस्तान में गांव जरूरी है” सुनाकर ठहाके बटोरे।
अहमदाबाद से आई कवयित्री आयुषी राखेचा ने श्रृंगार रस का गीत “प्रेयसी के दिलों की धड़कन सुन लेना…” प्रस्तुत कर वातावरण को रोमांटिक रंग दिया।

बेटियों पर भावनात्मक रचना
उदयपुर के कवि मनोज गुर्जर ने “गुलशन में खिले फूल-सी होती हैं बेटियां…” जैसी रचना से श्रोताओं को भावुक कर दिया।
कार्यक्रम मेंरात 1 बजें तक चले कवि सम्मेलन में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज रामदेवसिंह सांदू, सोजत एस.डी.एम. मसिंगा राम, डि.वाई.एस.पी. जेठूसिंह करणौत,न.पा.अध्यक्ष प्रतिनिधि जुगल किशोर निकुमं,न.पा. ईओ पुरुषोत्तम पंवार, मोहनलाल जाट, चंद्रशेखर श्रीमाली,सोजत महोत्सव समिति के अध्यक्ष जोगेश जोशी, भवानी शंकर सोनी चेतन व्यास,

राजेश अग्रवाल, हितेंद्र व्यास,पंकज त्रिवेदी प्रफुल्ल ओझा,सत्य नारायण गोयल,श्याम लाल व्यास, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ऐश्वर्या सांखला राजेश सांखला, राजेश तंवर, हितैष सोनी, जगदीश सोलंकी,गौतम तंवर, राकेश पंवार,नरपत सोलंकी, राजेंद्र परिहार,तरुण सोलंकी, नरेश सोनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन मौजूद रहे। अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। रात 1 बजे तक चले इस कवि सम्मेलन ने श्रोताओं को देशभक्ति, हास्य और श्रृंगार रस की विविध छटाओं में सराबोर कर दिया।


कार्यक्रम के समापन मे न.पा.अध्यक्ष प्रतिनिधि जुगलकिशोर निकुमं मे कार्यक्रम मे पधारे कवियो अतिथियों और शहर वासियों का आभार प्रकट कर धन्यवाद दिया।