अकरम खान की रिपोर्ट।
सोजत। सोजत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित नगरपालिका सोजत द्वारा आयोजित रसरंग कवि सम्मेलन में भीलवाड़ा के प्रसिद्ध वीर रस के कवि योगेंद्र शर्मा ने अपनी कविताओं से श्रोताओं में राष्ट्रप्रेम और जोश का संचार कर दिया। शर्मा की कविताओं ने सभागार में उपस्थित हर व्यक्ति के हृदय में देशभक्ति की भावना जगा दी।
अभिनव कला मंच सचिव चेतन व्यास से बातचीत के दौरान योगेंद्र शर्मा ने कहा कि “राजस्थान की धरती शौर्य और बलिदान की गाथाओं से परिपूर्ण है। यहाँ के राजाओं से लेकर आम सैनिकों तक की वीरता इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। उन वीरों के सम्मान में कविताएँ लिखना हमारी परंपरा रही है और आज भी राजस्थान के हिंदी मंच पर सक्रिय कवि राष्ट्रीयता और वीर रस की भाषा बोलते हैं।”
उन्होंने बताया कि उनकी कविताओं का मुख्य विषय वे सैनिक हैं जो परिवार की जिम्मेदारियाँ छोड़कर सीमा पर बलिदान देते हैं। ऐसे सैन्य परिवारों से मिलना, उनकी मदद करना और उनकी वीरता पर कविताएँ लिखना ही उनका मिशन है। शर्मा का मानना है कि उनका राष्ट्रवाद केवल मंच तक सीमित नहीं है बल्कि जीवन के हर पहलू में झलकता है।
सोजत महोत्सव की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि “सोजत महोत्सव रचनात्मकता और सामाजिक सरोकारों को नई गति देने वाला आयोजन है। अगर मैं यहाँ नहीं आता तो यह मेरे लिए एक अधूरा तीर्थ होता। जिस तन्मयता और उत्साह के साथ श्रोताओं ने मुझे सुना, उससे मैं भाव-विभोर हूँ।”
योगेंद्र शर्मा के ओजपूर्ण काव्य पाठ ने सोजत महोत्सव की गरिमा को और बढ़ा दिया और श्रोताओं को देर तक मंत्रमुग्ध बनाए रखा।