✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
काम-धंधे में सफलता न मिल रही हो? अपनाएं श्रीमद्भगवद्गीता का अंतिम श्लोक
यदि आपके काम-धंधे में लगातार असफलता हो रही है और आप मानसिक शांति महसूस नहीं कर रहे हैं, तो श्रीमद्भगवद्गीता का अंतिम श्लोक “यत्र योगेश्वरः कृष्णो…” आपके लिए चमत्कारी उपाय हो सकता है।
क्या करें?
1. इस श्लोक का प्रतिदिन 21 बार पाठ करें।
2. यदि समय न हो, तो कम से कम एक बार शांत मन से इसका जाप करें।
3. जाप के बाद थोड़ी देर शांत बैठें और सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करें।
वास्तु शास्त्र से जानें घर की समृद्धि के रहस्य
घर की सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। वास्तु के अनुसार, घर में रखी टूटी-फूटी चीजें नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं, जिससे परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
टूटी-फूटी चीजें जो तुरंत हटा देनी चाहिए:
1. बर्तन: टूटे-फूटे बर्तन महालक्ष्मी को अप्रसन्न करते हैं।
2. दर्पण: टूटे हुए दर्पण से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है।
3. पलंग: पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ सकती है।
4. घड़ी: खराब घड़ी उन्नति में बाधक होती है।
5. तस्वीर: टूटे हुए फ्रेम या तस्वीर वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं।
6. दरवाजा: टूटे हुए दरवाजे से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
7. फर्नीचर: फर्नीचर की टूट-फूट भी घर पर अशुभ प्रभाव डालती है।
नकारात्मक ऊर्जा को कैसे रोके?
1. घर से तुरंत इन चीजों को हटा दें।
2. नए और सही वस्त्र, बर्तन, या फर्नीचर का प्रयोग करें।
3. मुख्य दरवाजे को साफ-सुथरा और सही स्थिति में रखें।
सकारात्मक परिणाम कैसे मिलेगा?
इन उपायों को अपनाने से आपके काम-धंधे में रफ्तार आएगी, परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी, और समृद्धि का वास होगा।