(✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा)

नई दिल्ली: भारत में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, विशेषकर ब्रेस्ट और मुंह के कैंसर के मामलों में। राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में इन दोनों प्रकार के कैंसर में वृद्धि देखी गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह बढ़ती संख्या जीवनशैली में बदलाव, तंबाकू और शराब के बढ़ते सेवन, और अस्वास्थ्यकर खानपान जैसी आदतों का परिणाम है। इन खतरनाक बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए हर किसी के लिए यह समझना आवश्यक है कि बचाव के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर: बढ़ते मामले और शुरुआती लक्षण
ब्रेस्ट कैंसर, विशेषकर महिलाओं में, भारत में सबसे तेजी से फैलने वाले कैंसरों में से एक है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका पता शुरुआती अवस्था में ही चल जाए तो इसका इलाज संभव है। ब्रेस्ट कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षण हैं:
स्तनों में गांठ या कठोरता महसूस होना
स्तनों के आकार या रंग में बदलाव आना
निप्पल से असामान्य स्त्राव होना
इन लक्षणों का पता चलते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और समय-समय पर मैमोग्राफी करवाना भी आवश्यक है।
मुंह का कैंसर: तंबाकू और शराब का मुख्य कारण
मुंह का कैंसर, पुरुषों में भारत का सबसे सामान्य कैंसर है। इसका मुख्य कारण तंबाकू, गुटखा, पान मसाला और शराब का सेवन है। शुरुआती लक्षणों में मुंह में छाले, सूजन, और गले में दर्द शामिल हैं, जिनका लंबे समय तक बने रहना गंभीर संकेत हो सकता है। यदि आप तंबाकू या शराब का सेवन करते हैं तो इसे तुरंत बंद कर दें और नियमित रूप से ओरल चेक-अप करवाएं।
*इन बातों का रखें ध्यान और बचाव के उपाय*
1. स्वस्थ आहार अपनाएं: हरी सब्जियाँ, फल, और साबुत अनाज के सेवन से शरीर में कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
2. नियमित व्यायाम करें: व्यायाम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शरीर में होर्मोन का संतुलन भी बना रहता है।
3. तंबाकू और शराब से दूरी: कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू और शराब है, इन्हें छोड़ना ही बेहतर है।
4. नियमित स्वास्थ्य परीक्षण: हर छह महीने में एक बार मैमोग्राफी और ओरल चेक-अप करवाना चाहिए, विशेषकर उन लोगों को जिनके परिवार में कैंसर का इतिहास है।
5. तनाव प्रबंधन: अधिक तनाव शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जो कैंसर की संभावना को बढ़ा सकता है।
सरकार का प्रयास और जागरूकता अभियान
भारत सरकार ने भी ब्रेस्ट और मुंह के कैंसर के बढ़ते मामलों पर ध्यान देते हुए जागरूकता अभियान और मुफ्त परीक्षण केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों पर लोग नि:शुल्क जांच करवा सकते हैं। इसके अलावा, स्कूलों और कॉलेजों में भी छात्रों को इस विषय में जागरूक किया जा रहा है ताकि वे तंबाकू जैसे पदार्थों से दूर रहें।
अंत में, अपनी सेहत का रखें ध्यान
ब्रेस्ट और मुंह का कैंसर दोनों ही गंभीर बीमारियाँ हैं, लेकिन जागरूकता और सही समय पर उठाए गए कदमों से इनका इलाज संभव है। इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें, और इन सुझावों का पालन कर अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।