✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा**
चक्कर आना – एक आम समस्या या गंभीर संकेत?
“अरे यार… अचानक से सब घूमने लगा, लगा अब तो गया!”
ये वाक्य किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि हर उस इंसान की कहानी है जिसने कभी न कभी अचानक सिर घूमने, पैरों से ताकत निकलने और आंखों के आगे अंधेरा छा जाने का अनुभव किया हो।
बहुत बार लोग इसे थकान या कमजोरी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन हकीकत ये है कि चक्कर आना केवल कमजोरी नहीं, शरीर का एक चेतावनी संकेत भी हो सकता है।
🤔 चक्कर क्यों आता है? जानिए आम कारण:
- ब्लड प्रेशर लो होना:
अचानक उठने या बैठने पर BP गिर जाता है, जिससे दिमाग तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंचता और चक्कर आता है। - डिहाइड्रेशन (पानी की कमी):
खासकर गर्मियों में शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी चक्कर का बड़ा कारण होती है। - हीमोग्लोबिन की कमी (एनीमिया):
शरीर में पर्याप्त खून न होना यानी ऑक्सीजन की कमी, जिससे सिर घूमने लगता है। - आंतरिक कान की समस्या (वर्टिगो):
कान का बैलेंस सिस्टम खराब हो तो व्यक्ति को दुनिया घूमती महसूस होती है। - थाइरॉइड या शुगर में असंतुलन:
शरीर की हार्मोनल गड़बड़ी और ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव भी जिम्मेदार हो सकते हैं। - आंखों की कमजोरी:
चश्मे का नंबर गलत हो या आंखें थकी हों, तो दिमाग संतुलन खो बैठता है।
🧠 आयुर्वेद में क्या बताया गया है?
आयुर्वेद में चक्कर आना ‘भ्रम’ कहा गया है और इसका मूल कारण वात दोष बताया गया है। वात जब मस्तिष्क में असंतुलन करता है तो भ्रम, चक्कर, कमजोरी, घबराहट आदि लक्षण उत्पन्न होते हैं।
🌿 घरेलू उपाय जो तुरंत राहत दे सकते हैं:
❗ध्यान दें: बार-बार या लंबे समय तक चक्कर आना हो तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। ये उपाय केवल सामान्य स्थिति में सहायक हैं।
- गुलकंद वाला दूध:
– रात को सोते समय एक गिलास गर्म दूध में गुलकंद मिलाकर पिएं।
– इससे मानसिक शांति और हीमोग्लोबिन में सुधार होता है। - धनिया बीज का पानी:
– रात में 1 चम्मच धनिया बीज पानी में भिगो दें, सुबह छानकर पिएं।
– यह पाचन और BP को बैलेंस करता है। - बादाम-खसखस पेस्ट:
– 4 बादाम, 1 चम्मच खसखस और 2 दाने काली मिर्च को पीसें।
– दूध में मिलाकर पिएं – मस्तिष्क को ताक़त देता है।
⚠️ ये गलतियां न करें:
- ❌ चक्कर आते ही बार-बार बिसलेरी की बोतल लेकर बैठ जाना।
- ❌ हर बार बिना जांच कराए चीनी या नमक खाना।
- ❌ “थोड़ा आराम कर लेंगे” सोचकर लक्षण को टालना।
👨⚕️ कब जाएं डॉक्टर के पास?
- अगर सप्ताह में 2 बार से अधिक चक्कर आ रहे हों।
- अगर चक्कर के साथ बेहोशी, उल्टी या धड़कन तेज हो।
- अगर आप डायबिटिक, हाइपरटेंसिव या थायरॉइड पेशेंट हैं।
🙋🏻♂️ आपके अनुभव क्या हैं?
क्या आपको कभी अचानक से सिर घूमने, कमजोरी, या ब्लैकआउट का अनुभव हुआ है?
कमेंट में जरूर शेयर करें – हो सकता है आपकी कहानी किसी और को सावधान कर दे।
चक्कर आना सामान्य हो सकता है, लेकिन इसे हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। शरीर बार-बार जो संकेत दे रहा है, उसे समझिए। घरेलू नुस्खे मददगार हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।
स्वस्थ रहें, सजग रहें।