✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर/सोजत, 17 दिसंबर। राजस्थान में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही शीतलहर का असर शुरू हो गया है। इस मौसम में न केवल इंसान बल्कि पशुधन भी प्रभावित हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने पशुपालकों से अपील की है कि वे ठंड से अपने पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें। हालांकि, सोजत तहसील में पशुपालकों को राज्य सरकार की ओर से घोषित आर्थिक मदद बैंकों की अनदेखी के कारण नहीं मिल पा रही है, जिससे किसान व पशुपालक लगातार परेशान हो रहे हैं।
पशुपालन मंत्री की अपील: सर्दी में पशुओं का रखें विशेष ख्याल
श्री कुमावत ने कहा कि राज्य के कई जिलों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। शीतलहर का असर दुधारू पशुओं पर सीधा पड़ता है, जिससे दूध उत्पादन घटने के साथ-साथ पशुओं के बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने पशुपालकों से आग्रह किया:
पशुओं को खुले में न बांधें: उन्हें कंबल, जूट के बोरे या अन्य किसी गर्म सामग्री से ढंककर रखें।
आहार का रखें ध्यान: ठंड में सूखा चारा, मोटा अनाज, सरसों की खल और सप्ताह में दो बार गुड़ खिलाने की सलाह दी गई।
पशुशालाओं की सफाई: पशुशालाओं को सूखा और साफ रखें तथा समय-समय पर डिसइनफेक्टेंट का छिड़काव करें।
जरूरत पर संपर्क करें: बीमार पशुओं के लिए नजदीकी पशु चिकित्सालय से तुरंत सहायता लें।
सोजत के पशुपालकों को आर्थिक सहायता में बाधा
राज्य सरकार ने सोजत और आसपास के इलाकों में पशुपालकों को ठंड के मौसम में पशुओं के रख-रखाव और ओडी (ओवरड्राफ्ट) के तहत एक लाख रुपए तक की मदद की घोषणा की थी। यह राशि पशुओं के चारे, आश्रय और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निर्धारित की गई थी।
लेकिन बैंकों द्वारा इस योजना को गंभीरता से नहीं लेने के कारण पशुपालकों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। स्थानीय पशुपालक बैंकों के लगातार चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा।
पशुपालकों का गुस्सा और परेशानी
सोजत तहसील के पशुपालक किसानों ने शिकायत की है कि सरकारी योजनाओं का लाभ जमीन पर नहीं पहुंच रहा। सर्दी में पशुओं के आहार और देखभाल की बढ़ती लागत के चलते उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं। कई किसानों का कहना है कि बैंक अधिकारी बार-बार कागजी कार्रवाई का हवाला देकर उन्हें टाल रहे हैं।
सरकार से अपील
पशुपालकों ने राज्य सरकार और पशुपालन मंत्री से अपील की है कि वे बैंकों को सख्त निर्देश दें ताकि किसानों को उनकी जरूरत के समय मदद मिल सके।