पाली जिले के सांडेराव का निवासी 43 वर्षीय हंसाराम घांची मुंबई में हुए समुद्री नाव हादसे में अपनी जान गंवा बैठा। बुधवार को गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जा रही नाव के डूबने से 14 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार शाम को हंसाराम का शव दुर्घटनाग्रस्त बोट के मलबे में फंसा हुआ मिला।
हंसाराम का परिचय और हादसे का विवरण
हंसाराम घांची मुंबई में इमिटेशन ज्वेलरी का व्यवसाय करते थे। वह अपनी पत्नी, बेटे और सुमेरपुर निवासी एक दोस्त व उसकी पत्नी के साथ एलिफेंटा गुफाओं की सैर के लिए निकले थे। नाव में कुल 112 लोग सवार थे। हादसे के वक्त नाव समुद्र के बीचों-बीच पलट गई, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई।

सांडेराव के युवक की मुंबई नाव हादसे में मौत: शव सांडेराव लेकर पहुंचेगा परिवार
परिवार बचा, हंसाराम की मौत
हादसे में हंसाराम की पत्नी, बेटा, और सुमेरपुर निवासी दोस्त व उसकी पत्नी को नेवी ने बचा लिया। हादसे में बचाए गए 98 लोगों में दो जर्मन और एक कनाडाई नागरिक भी शामिल थे। हालांकि, हंसाराम इस दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठे।
रेस्क्यू ऑपरेशन
नौसेना और कोस्ट गार्ड ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे के बाद अब तक 14 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से चार नेवी कर्मी और 10 सिविलियन शामिल हैं। सात साल के एक बच्चे की तलाश अभी भी जारी है। इस बच्चे को ढूंढने के लिए नौसेना का हेलिकॉप्टर और कोस्ट गार्ड की 8 नावें जुटी हुई हैं।
शव शनिवार को पहुंचेगा सांडेराव
हंसाराम का शव शुक्रवार को मुंबई से उनके परिजनों को सौंपा जाएगा। परिजन शनिवार को शव लेकर सांडेराव पहुंचेंगे, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस हादसे ने सांडेराव के लोगों को गमगीन कर दिया है।
मुंबई समुद्री हादसे का असर
मुंबई में हुए इस समुद्री हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। समुद्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। नेवी और कोस्ट गार्ड ने इस दुर्घटना के बाद समुद्री क्षेत्रों में और अधिक सतर्कता बरतने की बात कही है।
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
हादसे में दो जर्मन और एक कनाडाई नागरिक भी शामिल थे। उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया। हादसे के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
यह हादसा एक दुखद स्मृति के रूप में दर्ज हो गया है, जिसने सांडेराव के परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। हंसाराम के परिवार की दु:खद कहानी उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो समुद्री यात्रा पर जाते हैं। इस घटना ने सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।