धौलपुर: सदर थाना पुलिस और साइबर सेल की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रीको इंडस्ट्रीज एरिया से पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी एस्कॉर्ट सेवा के नाम पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को ब्लैकमेल कर ठगी करते थे। इनके कब्जे से आठ मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड, एक पेन ड्राइव, बाइक और अन्य सामग्री बरामद की गई है।
कैसे करते थे ठगी?
थाना प्रभारी रामनरेश मीणा ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर महिलाओं या लड़कियों के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाते थे। इन फर्जी प्रोफाइल्स के जरिए वे लोगों से दोस्ती करते और धीरे-धीरे उनकी व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करते।
एक बार जब पीड़ित का मोबाइल नंबर प्राप्त हो जाता, तो आरोपी वीडियो कॉल के जरिए अश्लील वीडियो और फोटो दिखाकर उसे रिकॉर्ड कर लेते थे। इसके अलावा, स्क्रीनशॉट भी ले लिया जाता था। फेसबुक मैसेंजर के जरिए भी आरोपी यही तरीका अपनाते थे।

लड़कियों से वीडियो कॉल करवा कर करते थे ब्लैकमेल, पुलिस ने 5 साइबर ठगों को किया गिरफ्तार
ब्लैकमेलिंग का खेल
न्यूड फोटो और वीडियो बनाने के बाद आरोपियों द्वारा पीड़ित को उनकी रिकॉर्डिंग भेज दी जाती थी। इसके बाद, उन्हें धमकी दी जाती थी कि यदि उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो उनकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। इसी डर का फायदा उठाकर आरोपी लोगों से मोटी रकम वसूलते थे।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
आईजी भरतपुर रेंज राहुल प्रकाश और पुलिस अधीक्षक धौलपुर सुमित मेहरड़ा के निर्देश पर जिले में साइबर अपराध पर रोक लगाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत पुलिस ने तकनीकी इनपुट के आधार पर रीको एरिया में अंकुर डेयरी के पास से इन पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
- विवेक पचोरी (21 वर्ष) पुत्र गौरी शंकर पचोरी निवासी दूबरा
- अजय शर्मा (23 वर्ष) पुत्र बनवारी लाल शर्मा निवासी पूरन विहार कॉलोनी, धौलपुर
- रिंकू (26 वर्ष) पुत्र रामगोपाल निवासी प्रताप विहार कॉलोनी, धौलपुर
- कौशल कटारा (19 वर्ष) पुत्र पवन कुमार कटारा निवासी इंदिरा कॉलोनी, धौलपुर
- मनीष कुमार मीणा (24 वर्ष) पुत्र कल्याण सिंह मीणा निवासी सुरारी
इनके कब्जे से आठ मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड, एक पेन ड्राइव, बाइक और अन्य सामग्री बरामद की गई है।
अनुसंधान में खुल सकते हैं बड़े मामले
पुलिस को संदेह है कि आरोपी अब तक सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। पूछताछ के दौरान और भी बड़े मामले सामने आ सकते हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों का नेटवर्क काफी बड़ा हो सकता है, जिसे खंगालने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्रिय है।
साइबर अपराध पर पुलिस का कड़ा रुख
आईजी भरतपुर रेंज और पुलिस अधीक्षक ने जिले में साइबर अपराध रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। इसके तहत नियमित रूप से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। थाना प्रभारी ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।
जनता से अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी अज्ञात व्यक्ति से दोस्ती करते समय सतर्क रहें। अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें और ऐसे मामलों की तुरंत पुलिस को सूचना दें।
गिरफ्तारी के इस मामले से स्पष्ट है कि साइबर अपराधी तकनीक का दुरुपयोग कर लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने ठगी के इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है।