चित्तौड़गढ़ में उदयपुर नेशनल हाईवे पर नारकोटिक्स तस्करों और मध्यप्रदेश के नीमच केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम के बीच मुठभेड़ का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना में तस्करों ने न केवल फायरिंग की, बल्कि अपनी कार से नारकोटिक्स टीम की गाड़ी को टक्कर मारकर पलटाने की कोशिश भी की। इस संघर्ष में नारकोटिक्स ब्यूरो के तीन अधिकारी घायल हुए, लेकिन टीम की बहादुरी और सतर्कता के चलते एक तस्कर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।

तस्करों और नारकोटिक्स ब्यूरो टीम के बीच मुठभेड़, 345 किलो डोडा चूरा बरामद
घटना का विवरण
यह घटना चित्तौड़गढ़ जिले में नेशनल हाईवे स्थित नारायणपुरा टोल प्लाजा के पास घटी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को सूचना मिली थी कि तस्कर मंगलवाड़, चित्तौड़गढ़ से बाड़मेर की ओर बड़ी मात्रा में डोडा चूरा तस्करी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर ब्यूरो की टीम ने टोल प्लाजा के पास घात लगाकर तस्करों की गाड़ी का इंतजार किया। तस्करों की गाड़ी की पहचान गुजरात पासिंग नंबर के आधार पर की गई।
जैसे ही तस्करों की इनोवा कार टोल प्लाजा पर पहुंची, नारकोटिक्स टीम ने अपनी गाड़ी बैरिकेड्स के पास लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। तस्करों ने रोकने का प्रयास विफल करते हुए तेज रफ्तार में अपनी गाड़ी नारकोटिक्स टीम की गाड़ी से भिड़ा दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि टीम की गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
तस्करों ने चलाई गोलियां
टक्कर के बाद तस्कर गाड़ी से उतरे और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। इस फायरिंग में नारकोटिक्स टीम के एक अधिकारी को गोली लग गई, जबकि दो अन्य अधिकारी टक्कर के कारण घायल हो गए। बावजूद इसके, टीम ने साहस का परिचय देते हुए तस्करों का पीछा किया और एक तस्कर को दबोच लिया। हालांकि, अन्य तस्कर मौके से फरार हो गए।
डोडा चूरा की बड़ी खेप बरामद
गिरफ्तार तस्कर के कब्जे से इनोवा गाड़ी में छिपाकर रखे गए 345 किलोग्राम से अधिक डोडा चूरा बरामद किया गया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक, यह खेप अंतरराज्यीय तस्करी के लिए बाड़मेर भेजी जा रही थी।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
पूरी घटना टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। फुटेज में तस्करों की तेज रफ्तार गाड़ी, टक्कर मारने और फायरिंग करते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। पुलिस और नारकोटिक्स टीम इस फुटेज के आधार पर फरार तस्करों की पहचान और गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।
घायल अधिकारियों का इलाज जारी
घायल अधिकारियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस बहादुरीपूर्ण कार्रवाई के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम की प्रशंसा हो रही है।
तस्करी पर बड़ा प्रहार
चित्तौड़गढ़ और आसपास के इलाकों में डोडा चूरा तस्करी की घटनाएं पहले भी सामने आई हैं, लेकिन यह मामला इसलिए खास है क्योंकि इसमें तस्करों ने सीधे कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमला करने की कोशिश की। इस बड़ी बरामदगी से तस्करी के नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार हुआ है।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
चित्तौड़गढ़ पुलिस और नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम अब फरार तस्करों की तलाश में जुटी है। गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ के बाद अन्य सहयोगियों और डोडा चूरा तस्करी के मुख्य सरगना के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में नाकाबंदी कर दी है और संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही है।
नारकोटिक्स ब्यूरो का बयान
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उनकी टीम ने इस खतरनाक स्थिति में भी बहादुरी दिखाई और तस्करी के बड़े रैकेट को बेनकाब किया। टीम की सतर्कता और साहस की बदौलत भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए गए, जो समाज के लिए बड़ा खतरा बन सकते थे।
यह घटना मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रहे अभियान में एक बड़ी सफलता है। लेकिन यह भी स्पष्ट करता है कि तस्कर अब बेतहाशा और हिंसक हो रहे हैं, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई करना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।