✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
30 जनवरी 2025, गुरुवार से माघ माह के शुक्ल पक्ष में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। यह पर्व आध्यात्मिक साधकों के लिए विशेष महत्व रखता है। गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के दस महाविद्याओं की गुप्त साधना की जाती है। इनमें मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी देवी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी शामिल हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार, गुप्त नवरात्रि वर्ष में दो बार मनाई जाती है और यह तांत्रिक साधना का विशेष समय होता है। इस दौरान भक्त गुप्त रूप से मां भगवती की आराधना करते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु तांत्रिक व वैदिक अनुष्ठान करते हैं।
महाविद्याओं की साधना का महत्व
गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा से भक्तों की समस्त इच्छाएं पूरी होती हैं। यह समय विशेष रूप से तांत्रिक साधकों के लिए उपयोगी माना जाता है, जो मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए तांत्रिक अनुष्ठान करते हैं।
मनोकामना पूर्ति के लिए मंत्र और अनुष्ठान
गुप्त नवरात्रि के दौरान निम्न मंत्रों का जाप और दुर्गा सप्तशती का पाठ विशेष फलदायक माना गया है:
पति प्राप्ति के लिए मंत्र
कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि।
नंदगोपसुतं देवि पतिं मे कुरुते नमः।।
इस मंत्र का जप और दुर्गा सप्तशती का संपुटित पाठ किसी योग्य ब्राह्मण से करवाने पर विवाह की मनोकामना पूर्ण होती है।
पत्नी प्राप्ति के लिए मंत्र
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
यह मंत्र वैवाहिक सुख की प्राप्ति के लिए अचूक माना जाता है।
शत्रु पर विजय और शांति के लिए
सर्वाबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि।
एवमेव त्वया कार्यमस्मद्दैरिविनाशनम्।।
यह मंत्र शत्रुओं पर विजय प्राप्ति और मानसिक शांति के लिए प्रयोग किया जाता है।
बाधा मुक्ति और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए
सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन-धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः।।
यह मंत्र आर्थिक समृद्धि और संतान सुख के लिए अत्यंत प्रभावशाली है।
पंडित नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का सुझाव
पंडित शास्त्री ने बताया कि वैदिक और तांत्रिक अनुष्ठानों के माध्यम से इस गुप्त नवरात्रि में भक्त अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं। किसी भी साधना के लिए उचित मार्गदर्शन और योग्य ब्राह्मण की सहायता अवश्य लें।
गुप्त नवरात्रि के लाभ
गुप्त नवरात्रि साधकों के लिए आत्मिक उन्नति, जीवन की समस्याओं का समाधान, और भगवती की कृपा से सुख-समृद्धि प्राप्त करने का उत्तम समय है। इस दौरान की गई साधना भक्तों को शक्ति, शांति, और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है।
नोट: साधना और अनुष्ठानों के लिए योग्य पंडित की सलाह अवश्य लें।