सोजत सिटी (राजस्थान): सोजत सिटी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक गोल्ड लोन कंपनी के कर्मचारियों ने ग्राहकों के असली सोने के गहनों को निकालकर उनकी जगह नकली गहने रख दिए। यह धोखाधड़ी करीब सवा करोड़ रुपये की बताई जा रही है, और इसकी जानकारी तब मिली जब कंपनी के रिजनल मैनेजर ने शाखा का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस मामले में अब तक कंपनी के ब्रांच मैनेजर सहित चार कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

सवा करोड़ के गहनों की अदला-बदली: गोल्ड लोन कंपनी में हुई बड़ी धोखाधड़ी, ब्रांच मैनेजर समेत चार कर्मचारी आरोपी
कैसे हुआ खुलासा?
यह मामला तब सामने आया जब 21 नवंबर 2024 को रिजनल मैनेजर राजेंद्र सिंह ने सोजत सिटी में स्थित दूकैप फाइनेंस लिमिटेड (पूर्व में धनवर्षा गोल्ड लोन) ब्रांच का अचानक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई गोल्ड और बिजनेस लोन ओवरड्यू थे, जिस पर ग्राहकों से बातचीत की गई। जांच में यह सामने आया कि शाखा में कुछ गड़बड़ी चल रही है, जिसके बाद 22 नवंबर को एक ऑडिट टीम भेजी गई।
ऑडिट टीम ने पाया कि शाखा में ग्राहकों के गहनों के साथ गड़बड़ी की गई है। 11 पैकेट गायब थे और सात पैकेटों में असली सोने के गहनों की जगह नकली गहने रखे गए थे। इसके बाद से यह पूरी घटना एक बड़े धोखाधड़ी मामले के रूप में सामने आई।
किसने और कैसे की धोखाधड़ी?
जांच के बाद धोखाधड़ी करने, ब्रांच की साख को नुकसान पहुंचाने और अमानत में खयानत का आरोप लगाते हुए सोजत निवासी ब्रांच मैनेजर कुलदीप गिरी, सहायक ब्रांच मैनेजर अंकिता गहलोत, कैशियर यश कुमार और ब्रांच के सेल्स मैनेजर आदित्य टांक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया।
कौन-कौन थे प्रभावित ग्राहक?
इस धोखाधड़ी में कई ग्राहक शामिल थे, जिन्होंने अपने गहनों को कंपनी में गिरवी रखकर लोन लिया था। प्रभावित ग्राहकों में प्रमुख नाम हैं चांदनी गहलोत, हितेश टांक, सत्यनारायण टांक, किशनलाल, इशिता गहलोत और अमरचंद हितेश टांक। इन ग्राहकों ने जब अपने गहनों की जांच की, तो पता चला कि उनके गहनों की अदला-बदली की गई थी।
ग्राहकों ने बताया कि जब उन्होंने कंपनी से अपने गहनों की वापसी की मांग की, तो उन्हें यह पता चला कि उनके सोने के गहनों की जगह नकली गहने रखे गए थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिससे यह मामला सामने आया।
धोखाधड़ी की वजह से कंपनी पर संकट
यह धोखाधड़ी कंपनी की प्रतिष्ठा के लिए एक बड़ा संकट बन गई है। ग्राहकों के विश्वास को ठेस पहुंची है, और अब कंपनी को अपनी सुरक्षा प्रक्रियाओं और कर्मचारियों पर कड़ी नजर रखनी होगी। इस घटना ने गोल्ड लोन कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक भी दिया है कि ग्राहकों की अमानत की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
क्या कार्रवाई की गई?
सोजत सिटी पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में ब्रांच मैनेजर कुलदीप गिरी, सहायक ब्रांच मैनेजर अंकिता गहलोत, कैशियर यश कुमार और सेल्स मैनेजर आदित्य टांक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इन चारों कर्मचारियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है और गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी तेज कर दी है।
पुलिस की जांच में अब यह पता लगाया जाएगा कि इस धोखाधड़ी में अन्य कर्मचारी या व्यक्ति भी शामिल थे या नहीं, और क्या अन्य शाखाओं में भी ऐसी ही धोखाधड़ी की घटनाएं घटी हैं।