
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर: राजस्थान में एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है। जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) जैसे तीन मरीज भर्ती हुए हैं। यह वायरस नर्वस सिस्टम पर हमला करता है, जिससे मरीज को न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर की समस्याएं झेलनी पड़ती हैं।
खुले में रखा अस्वच्छ भोजन है बड़ा कारण
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर डॉ. दिनेश खंडेलवाल ने बताया कि यह बीमारी नई नहीं है, लेकिन गंदगी और अस्वच्छ खान-पान के कारण इसके मामले तेजी से बढ़ सकते हैं।
“खुले में बिकने वाले चाट-पकौड़ी, पानी-पुरी, ठंडी चटनी और अस्वच्छ पानी इस वायरस के फैलने का बड़ा कारण बन सकते हैं,” – डॉ. दिनेश खंडेलवाल
कैसे करता है वायरस हमला?
इस वायरस से संक्रमित होने पर शरीर एंटीबॉडी बनाता है, लेकिन समस्या यह है कि बैक्टीरिया के मॉलिक्यूल्स नर्व सिस्टम से मिलते-जुलते होते हैं। नतीजतन, शरीर की एंटीबॉडी बैक्टीरिया के साथ-साथ नर्व पर भी हमला करने लगती है, जिससे नर्व की कवरिंग डैमेज होती है।
लक्षण और असर: आवाज भी बदल सकती है
- हाथ-पैरों में कमजोरी और सुन्नपन
- चलने-फिरने में परेशानी
- गले और चेहरे की नसों पर असर, जिससे आवाज बदल सकती है
- सांस लेने में दिक्कत (गंभीर मामलों में)
क्या करें बचाव के लिए?
✅ खुले में बिकने वाले खाने से बचें
✅ स्वच्छ पानी पिएं और ताजे फल-सब्जियों का सेवन करें
✅ अगर हाथ-पैरों में कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
डॉक्टरों की सलाह:
“अगर शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दिया जाए, तो समय पर इलाज से मरीज ठीक हो सकता है।”
सरकार और प्रशासन अलर्ट
राजस्थान में इस बीमारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। जयपुर के अस्पतालों में विशेष मेडिकल टीम तैनात कर दी गई है।
➡️ अगर आपके आसपास कोई इस तरह के लक्षणों से परेशान है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
(खबर पर अपडेट जारी रहेगा…)