
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने 44 संगठनात्मक जिलों में से 27 जिलों के लिए नए अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। इन नियुक्तियों में जातिगत और राजनीतिक संतुलन बनाए रखने की कोशिश की गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर में भी नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
RSS की अहम भूमिका, संगठन के पुराने चेहरे हावी
नव नियुक्त 27 जिलाध्यक्षों में से 19 नेता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे हैं। पार्टी ने संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी है। सिरोही की जिलाध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी सहित कई संघ प्रशिक्षित नेता इस सूची में शामिल हैं।
संघ से जुड़े जिलाध्यक्षों की सूची:
- अलवर दक्षिण – अशोक गुप्ता
- अजमेर देहात – जीत मल प्रजापत
- नागौर शहर – रामधन पोटलिया
- बाड़मेर – अनंत राम बिश्नोई
- बीकानेर देहात – श्याम पंचारिया
- श्रीगंगानगर – शरणपाल सिंह मान
- जोधपुर शहर – राजेंद्र पालीवाल
- उदयपुर देहात – पुष्कर तेली
- पाली – सुनील भंडारी
- सीकर – मनोज बाटड़
- बांसवाड़ा – पूंजीलाल गायरी
- जालोर – जसराज राजपुरोहित
- राजसमंद – जगदीश पालीवाल
- उदयपुर शहर – गजपाल सिंह राठौड़
जातिगत समीकरण: जनरल और OBC का दबदबा, आदिवासी नदारद
बीजेपी ने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में जातिगत संतुलन बनाए रखने का प्रयास किया है। कुल 27 जिलाध्यक्षों में 22 जनरल और OBC वर्ग से हैं।
जातिवार जिलाध्यक्षों का विवरण:
- सामान्य वर्ग – 13 (ब्राह्मण – 4, वैश्य – 6, राजपूत – 2, सोनी – 1)
- OBC – 9 (जाट – 3, बिश्नोई – 2, जांगिड़ – 1, तेली – 1, प्रजापत – 1, जट सिख – 1)
- गुर्जर – 2
- MBC – 3
- SC – 2
- आदिवासी (ST) – 0
- अल्पसंख्यक – 1 (सिख – 1, मुस्लिम – 0)
महिला प्रतिनिधित्व: केवल 3 महिलाओं को मिली जगह
27 जिलाध्यक्षों में से केवल 3 महिलाएं हैं, जो कुल संख्या का मात्र 10% हैं।
महिला जिलाध्यक्षों की सूची:
- सिरोही – डॉ. रक्षा भंडारी
- भरतपुर – शिवानी दायमा
- नागौर देहात – सुनीता माहेश्वरी
डॉ. रक्षा भंडारी पूर्व में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं और उनकी सास सिरोही की पूर्व जिलाध्यक्ष थीं।
उम्र का गणित: युवा नेताओं को मौका, 60+ भी बने जिलाध्यक्ष
बीजेपी ने 50 साल से कम उम्र के 14 जिलाध्यक्षों को मौका दिया है, जबकि 50 साल या उससे अधिक उम्र के 13 नेता चुने गए हैं।
सबसे युवा और सबसे उम्रदराज जिलाध्यक्ष:
- सबसे युवा – पुष्कर तेली (उदयपुर देहात, 32 वर्ष)
- सबसे उम्रदराज – अशोक गुप्ता (अलवर दक्षिण) और अजमेर देहात के जिलाध्यक्ष (दोनों 60 वर्ष)
प्रमुख नेताओं के करीबी जिलाध्यक्ष बने
बीजेपी ने विभिन्न बड़े नेताओं के करीबी लोगों को जिलाध्यक्ष बनाकर गुटबाजी को साधने की कोशिश की है।
जिन बड़े नेताओं के समर्थकों को पद मिला:
- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
- गुलाबचंद कटारिया (राज्यपाल, पंजाब)
- केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र यादव
- पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, निहाल चंद मेघवाल
- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी भी सूची में
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के विश्वासपात्र पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम माथुर, सतीश पूनिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़
क्या बचा अधूरा? 17 जिलाध्यक्षों की घोषणा बाकी
राजस्थान में अभी 17 जिलाध्यक्षों की घोषणा बाकी है। बताया जा रहा है कि इन जिलों में वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति नहीं बन पाई है।
BJP संगठन चुनाव में देरी के कारण:
- भीतरी गुटबाजी – वसुंधरा राजे और अन्य खेमों के बीच खींचतान
- जातिगत संतुलन का गणित – सभी प्रमुख जातियों को संतुलित प्रतिनिधित्व देने की कोशिश
- RSS और संगठन में सामंजस्य बैठाने की कवायद
बीजेपी ने 27 जिलों में नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर संघ और संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। हालांकि, महिलाओं और आदिवासी वर्ग की उपेक्षा, अल्पसंख्यकों की नगण्य भागीदारी और गुटबाजी के चलते बची हुई 17 सीटों पर घमासान अभी बाकी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इन मुद्दों को कैसे सुलझाती है और शेष जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कब तक पूरी करती है।