सोजत न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर में आज भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी टीम ने दो तहसीलदारों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जिन अधिकारियों को ट्रैप किया गया, उनमें तहसीलदार सुमित्रा गोदारा और शिवप्रकाश शामिल हैं।
कैसे पकड़ी गई तहसीलदार सुमित्रा गोदारा?
इस पूरी कार्रवाई में सबसे ज्यादा नाटकीय मोड़ तब आया, जब तहसीलदार सुमित्रा गोदारा को ACB की टीम ने घेर लिया। एसीबी की टीम के जैसलमेर पहुंचने की भनक लगते ही गोदारा ने अपने कार्यालय की अंदर से कुंडी लगा ली और रिश्वत की रकम लेकर फरार होने की कोशिश करने लगी।
- गोदारा ने पीछे के दरवाजे से भागने की कोशिश की
- ACB को पहले से ही था पूरी योजना का इनपुट
- दीवार कूदकर भाग रही थीं तहसीलदार, लेकिन ASP पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ की टीम ने धर दबोचा
- रिश्वत की 15 लाख रुपये की राशि जब्त
ACB ASP पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ की मुस्तैदी से हुई गिरफ्तारी
जैसलमेर में ACB टीम का नेतृत्व ASP पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ कर रहे थे। उन्हें पहले से जानकारी थी कि गोदारा कार्यालय से भागने की कोशिश कर सकती हैं। जैसे ही वह पीछे के दरवाजे से बाहर निकलीं और दीवार फांदने लगीं, ACB की टीम ने उन्हें मौके पर ही दबोच लिया।
ACB मुख्यालय से नजर बनाए हुए थे अधिकारी
ACB की इस कार्रवाई पर DG रविप्रकाश मेहरड़ा और ADG स्मिता श्रीवास्तव भी पैनी नजर बनाए हुए थे। दोनों अधिकारियों ने इस पूरे ऑपरेशन की बारीकी से निगरानी की और टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बड़ा झटका, भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई
तहसीलदार सुमित्रा गोदारा और शिवप्रकाश की गिरफ्तारी जैसलमेर प्रशासन के लिए एक बड़ा झटका है। इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि राजस्थान ACB अब भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त मोड में आ चुकी है।
👉 रिश्वतखोरी के खिलाफ ACB की यह कार्रवाई भ्रष्ट अधिकारियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि कानून से बचना आसान नहीं!