✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली। दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है, जहां मध्यप्रदेश की बेटी रेखा गुप्ता (साहू) को राजधानी का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। यह पहली बार है जब तेली साहू समाज से कोई महिला दिल्ली की सत्ता के शीर्ष पद तक पहुंची है। रेखा गुप्ता, जो अखिल भारतीय तेली साहू महासभा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री भी हैं, ने अपनी कड़ी मेहनत और राजनीतिक सूझबूझ से यह मुकाम हासिल किया है।
मध्यप्रदेश की मिट्टी से दिल्ली की सियासत तक
रेखा गुप्ता का जन्म मध्यप्रदेश में हुआ और वहीं से उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। प्रारंभ से ही वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं और तेली साहू समाज के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनकी मेहनत और नेतृत्व क्षमता के कारण वे अखिल भारतीय तेली साहू महासभा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री बनीं।
दिल्ली की राजनीति में उभरता नेतृत्व
रेखा गुप्ता ने दिल्ली की राजनीति में भी अपनी मजबूत पकड़ बनाई और लगातार जनता से जुड़े मुद्दों पर मुखर रहीं। उनकी छवि एक ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ और दूरदर्शी नेता की रही है। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने कहा,
“यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि हर उस महिला की जीत है, जो राजनीति में बदलाव लाने का सपना देखती है। मैं दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करूंगी।”
नई दिल्ली के लिए नई उम्मीदें
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के बाद अब सभी की नजर उनके नीतियों और फैसलों पर होगी। उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं में महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा सुधार, रोजगार बढ़ाने और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का वादा किया है। दिल्ली की जनता को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं और आने वाले दिनों में उनके नेतृत्व में राजधानी किस दिशा में आगे बढ़ेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।