भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 वर्षों बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करते हुए शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है। बुधवार देर शाम विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से उन्हें नेता चुना गया, जिसके पश्चात उन्होंने उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। आज दोपहर 12 बजे रामलीला मैदान में रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शामिल होंगे।
संभावित मंत्रिमंडल:
भाजपा ने दिल्ली के जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल का गठन किया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ छह विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे:
- प्रवेश वर्मा: जाट समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- मनजिंदर सिंह सिरसा: सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- आशीष सूद: पंजाबी समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- रविंद्र इंद्रराज सिंह: दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- पंकज सिंह: पूर्वांचली समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- कपिल मिश्रा: पूर्वांचली समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस मंत्रिमंडल के माध्यम से भाजपा ने विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों के बीच संतुलन स्थापित करने का प्रयास किया है। पार्टी ने अपने कोर वोटबैंक के साथ-साथ जाट, सिख, पंजाबी, दलित और पूर्वांचली वोटरों को साधने की रणनीति अपनाई है। हालांकि, मंत्रिमंडल में बाहरी और पश्चिमी दिल्ली का दबदबा है, जबकि पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली को प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है।
रेखा गुप्ता का जीवन परिचय:
रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके दादा, राजेंद्र जिंदल, जुलाना में आढ़तिया थे, जबकि पिता, जयभगवान जिंदल, बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे। उनकी माता, उर्मिला जिंदल, एक गृहिणी हैं। 1976 में, जब रेखा मात्र दो वर्ष की थीं, उनका परिवार दिल्ली स्थानांतरित हो गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से शिक्षा प्राप्त करने के दौरान, रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की महासचिव और अध्यक्ष भी रहीं। बाद में, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर तीन बार पार्षद के रूप में सेवा दी। वर्तमान में, वह दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
जातीय पृष्ठभूमि:
रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से संबंधित हैं, जो भाजपा का कोर वोटबैंक माना जाता है। मुख्यमंत्री पद पर उनकी नियुक्ति के माध्यम से, पार्टी ने वैश्य समुदाय के साथ-साथ महिला वोटरों को भी साधने का प्रयास किया है।
रेखा गुप्ता के पति एक व्यवसायी हैं, और उनका परिवार लंबे समय से दिल्ली में निवास कर रहा है। उनकी नियुक्ति से पार्टी ने महिला सशक्तिकरण और जातीय संतुलन को महत्व दिया है।
इस प्रकार, रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू होकर दिल्ली की मुख्यमंत्री पद तक पहुंचा है, जिसमें उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं और पार्टी के भीतर अपनी मजबूत पहचान बनाई है।