ब्रह्मलीन संत माधवदास महाराज का बारहवां निर्वाण दिवस समारोह पूर्वक मनाया
गुरु मेरी पूजा, गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंता…. मनचला बंधु
गाय के बिना गति नहीं और वेद बिना मति नहीं–साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती
बेंगलुरु/ वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही के साथ भूपेश कश्यप की विशेष रिपोर्ट
शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के आराध्य ब्रह्मलीन संत माधवदास महाराज की बारहवीं पुण्यतिथि माधव सेवा समिति बेंगलूरु के तत्वावधान में राजाजी नगर स्थित श्री जैन रत्न हितेषी भवन में आज रविवार को राजस्थान से आये विद्धवान संत पूज्या साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी की पावन निश्रा में मनाई गई। बारहवें निर्वाण दिवस पर सुबह विधि विधान पूर्वक ब्रह्मलीन संत माधवदास महाराज के चित्र सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं गुरुपद पूजन कर शुभारंभ हुआ। गौभक्त साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती ने अपने प्रवचनों गाय की महिमा को बताते हुए कहा कि जैसे गौ सेवा के बिना मानवमात्र की गति नहीं वैसे वेदों के ज्ञान के बिना मति संभव नहीं है। प्रवचनों के पश्चात महाप्रसादी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक पुरुषोत्तम एन. सी.आई.डी. बेंगलुरु ने शिरकत कर गुरुजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मध्यान्ह पश्चात विशाल भजन संध्या का आयोजन हुआ जिसमें मोइनुद्दीन मनचला एवं मशरूम मनचला एवं पार्टी जोधपुर ने एक से बढ़कर एक लोकप्रिय भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को झूमने को मजबूर कर दिया। भजन संध्या का आगाज भजन सम्राट मशरूम मनचला ने गणपति वंदना, गुरु वंदना, गुरु महिमा आदि भजनों से किया। साथ ही लोकप्रिय कलाकार मनचला बंधुओं ने अपनी जुगलबंदी में अपने लोकप्रिय भजनों की प्रस्तुति पर श्रोताओं को भावविभोर कर देर शाम तक बांधे रखा। समारोह में बोली दाताओं का बहुमान किया गया। कार्यक्रम का संचालन शैलेश देवेरा ने किया। इस अवसर पर रमेश शर्मा, शैलेश दवेरा, त्रिभुवन शर्मा, उमेश, जयंतीलाल, कमलेश शर्मा, मुकेश शर्मा, भरत, ललित, गौतम शर्मा, प्रवीण शर्मा, दिनेश शर्मा, अरुण शर्मा, प्रमोद शर्मा सहित माधव सेवा समिति के समस्त कार्यकर्ता एवं श्रद्धालु महिला-पुरुष उपस्थित थे।