✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक्टिव कोविड-19 मामलों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,692 हो गई है, जो बीते सप्ताह की तुलना में कहीं अधिक है।
पिछले 24 घंटों के दौरान दो मरीजों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है, जिससे सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियों की चिंता गहराने लगी है। इन मौतों में एक कर्नाटक से सामने आई है, जहां 63 वर्षीय बुजुर्ग मरीज ने संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया। दूसरा मामला महाराष्ट्र से सामने आया है, जहां पहले से बीमार एक मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और उसकी हालत बिगड़ने के बाद मौत हो गई।
लगातार बढ़ रहे मामले:
ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि देश में कोविड संक्रमण के नए मामले हर दिन सामने आ रहे हैं, हालांकि इनकी संख्या फिलहाल सीमित है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण का यह बढ़ता हुआ रुझान नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, जिन राज्यों में एक्टिव केसों की संख्या में तेजी देखी जा रही है, उनमें महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली प्रमुख हैं।
क्या कहती है सरकार?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट मोड पर रहने की सलाह दी है। खासकर भीड़भाड़ वाले स्थानों, अस्पतालों और बुजुर्गों के लिए विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। कोरोना के नये वैरिएंट्स की निगरानी के लिए INSACOG लैब्स को सक्रिय कर दिया गया है, ताकि समय रहते वायरस के संभावित नए रूपों की पहचान की जा सके।
एक्सपर्ट्स की चेतावनी:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में बदलाव और लापरवाही भरे व्यवहार के चलते संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों की सलाह है कि बुजुर्ग, पहले से बीमार और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग मास्क का प्रयोग करें, बार-बार हाथ धोते रहें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।
क्या करें आम लोग?
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें
- हाथों की स्वच्छता बनाए रखें
- खांसी, बुखार, गले में खराश जैसे लक्षणों को नज़रअंदाज न करें
- बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें
हालांकि अब तक हालात भयावह नहीं हैं, लेकिन कोरोना वायरस का यह दोबारा सिर उठाना निश्चित तौर पर एक चेतावनी है कि महामारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। सरकार और आमजन को फिर से सतर्कता अपनाने की ज़रूरत है ताकि स्थिति नियंत्रण में बनी रहे।
📌 नोट: यदि आपको बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जांच करवाएं।