
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बेंगलुरू। रविवार रात से सोमवार सुबह तक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में हुई जोरदार बारिश ने शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह बारिश इस साल की अब तक की सबसे तेज बारिश मानी जा रही है। करीब 6 घंटे तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने बेंगलुरू को जलमग्न कर दिया। कई निचले इलाकों में पानी भर गया और लोगों के घरों में पानी घुस गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
सोशल मीडिया पर वायरल: सबसे भारी बारिश का दावा
सोशल मीडिया पर लोग इस बारिश को “इस साल की सबसे भीषण बारिश” बता रहे हैं। IMD की रिपोर्ट में भी पुष्टि की गई है कि बेंगलुरू में बीते 24 घंटों में औसतन 105.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इन इलाकों में टूटा बारिश का रिकॉर्ड
कर्नाटक राज्य आपदा निगरानी प्रकोष्ठ के मुताबिक:
- केंगेरी में सबसे ज़्यादा 132 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- वडेराहल्ली में 131.5 मिमी बारिश हुई।
- कई अन्य क्षेत्रों में भी 100 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे रातभर सड़कों पर पानी भरा रहा।
सड़कों पर जलभराव, घरों में घुसा पानी
बारिश का पानी कई इलाकों की मुख्य सड़कों पर भर गया, जिससे यातायात ठप हो गया। कई जगहों पर गाड़ियां जलमग्न हो गईं। सबसे ज्यादा असर केंगेरी, राजराजेश्वरी नगर, वडेराहल्ली, यशवंतपुर और बनशंकरी क्षेत्रों में देखने को मिला।
प्रशासन और फायर ब्रिगेड की मुस्तैदी
कर्नाटक सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन को तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। फायर ब्रिगेड की टीमें बोट, जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हैं।
स्कूल-कॉलेज बंद, कामकाजी लोगों को भारी परेशानी
बारिश के चलते कई स्कूल-कॉलेजों को सोमवार को बंद करने का आदेश देना पड़ा। IT कंपनियों के कर्मचारी ऑफिस नहीं जा सके और कई जगहों पर वर्क फ्रॉम होम का विकल्प अपनाया गया।
आने वाले दिनों में भी भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने आने वाले 24-48 घंटों में और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक बाहर न निकलने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
निगरानी में प्रशासन, अलर्ट मोड में शहर
नगर निगम (BBMP) के अधिकारियों ने बताया कि सभी जोन में निगरानी बढ़ा दी गई है। जलभराव वाले क्षेत्रों में ड्रेनेज क्लीनिंग और पंपिंग कार्य युद्धस्तर पर जारी है। साथ ही राहत शिविरों की भी व्यवस्था की जा रही है।
बेंगलुरू में अचानक हुई इस भीषण बारिश ने न केवल शहर की सामान्य दिनचर्या को बाधित किया है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि मानसून पूर्व तैयारियों में अभी भी कई खामियां हैं। आने वाले दिनों में यदि यही हालात रहे, तो प्रशासन के लिए और भी बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है।