वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट।
सोजत सिटी में हर साल लगने वाले शीतला माता मेले का समय नजदीक आ चुका है, और शहरवासियों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। होली के अगले दिन से शुरू होने वाले इस सात दिवसीय मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। दुकानदार अपनी दुकानें लगाने के लिए स्थान सुरक्षित कर रहे हैं, वहीं झूले और मनोरंजन के अन्य साधन भी सजने लगे हैं।
इस बार मेले में एक नया झूला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। झूला झूलने के शौकीन लोग इसे लेकर खासा उत्साहित नजर आ रहे हैं।
हर जरूरत की चीजें होंगी उपलब्ध
मेले में सोजत और आसपास के गांवों तथा शहरों से सैकड़ों की संख्या में लोग खरीदारी के लिए पहुंचते हैं। यहां मिट्टी के मटकों से लेकर पारंपरिक खिलौनों तक हर तरह की दुकानें सजती हैं। इसके अलावा, कपड़े, चूड़ियां, कंगन, खाने-पीने की वस्तुएं और गन्ने के जूस की दुकानें भी लोगों को खूब आकर्षित करती हैं।
शीतला सप्तमी पर मुख्य मेला
मेले का मुख्य आकर्षण छठे दिन, यानी शीतला सप्तमी पर देखने को मिलता है, जब परंपरागत गैरे मेले में पहुंचती हैं जहाँ उनका स्वागत किया जाता है। इस दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु और मेलार्थी उमड़ते हैं, जिससे मेले की रौनक चरम पर पहुंच जाती है।
शहर में अन्य मेले भी, पर शीतला माता मेले का अलग महत्व
सोजत में वर्षभर में 2-3 अन्य मेले भी लगते हैं, लेकिन शीतला माता मेले का अपना अलग ही महत्व और उत्साह होता है पहला महत्व तो ये एक धार्मिक मेला जो माँ शितला के मंदिर पर लगता है जहाँ पुरे मेले मे मंदिर पर धार्मिक आयोजन होते है और मंदिर पर फूलो और लाईटो से सुन्दर सजावट कि जाती है,और वही दुसरा महत्व ये है कि 7 दिन चलने वाले इस मेले मे लगने वाली सैकड़ों दुकाने लाखो करोड़ो का व्यपार भी करती है जो क्षेत्र को आर्थिक मजबूती देता है । शहरवासी इस मेले का बेसब्री से इंतजार करते हैं और बढ़-चढ़कर इसमें भाग लेते हैं।
अब सभी की निगाहें इस बहुप्रतीक्षित मेले के शुभारंभ पर टिकी हैं। जैसे ही मेला शुरू होगा, पूरे शहर में उल्लास और आनंद का माहौल देखने को मिलेगा।

