✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध ईडाणा माता मंदिर में एक बार फिर दिव्य अग्नि स्नान का अद्भुत नजारा देखने को मिला। भक्तों ने माता के इस चमत्कारिक स्वरूप के दर्शन किए और आस्था के रंग में सराबोर हो गए।
बम्बोरा के पास स्थित है चमत्कारी ईडाणा माता मंदिर
उदयपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर बम्बोरा के पास स्थित ईडाणा माता मंदिर को मेवल की महारानी के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर की सबसे अनोखी मान्यता यह है कि यहां माता स्वयं अग्नि स्नान करती हैं। मंदिर में जब दीप प्रज्वलित किया जाता है, तब माता की मूर्ति के आसपास अचानक आग जल उठती है, जिसे भक्तगण दिव्य अग्नि स्नान मानते हैं।
नवरात्रि में कई बार हुआ है अग्नि स्नान
यह कोई पहला अवसर नहीं है जब माता का अग्नि स्नान देखा गया हो। इससे पहले भी नवरात्रि के दौरान कई बार ऐसा दृश्य देखने को मिला है। यह दृश्य भक्तों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं होता और श्रद्धालु इसे माता की कृपा मानकर मंदिर में हाजिरी लगाते हैं।
हजारों श्रद्धालु बने इस दिव्य घटना के साक्षी
माता के इस अलौकिक अग्नि स्नान के दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। भक्तों ने जयकारों के साथ माता का गुणगान किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान मंदिर परिसर में भव्य आरती का आयोजन भी किया गया।
ईडाणा माता मंदिर की ऐतिहासिक मान्यता
माना जाता है कि यह मंदिर कई सौ वर्षों पुराना है और इसकी दिव्यता को लेकर अनेक मान्यताएं प्रचलित हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, जब भी माता के समक्ष दीप प्रज्वलित किया जाता है, तो उनकी मूर्ति अपने आप अग्नि में स्नान कर लेती है और फिर भी मूर्ति को कोई क्षति नहीं होती।
भक्तों की अटूट श्रद्धा
ईडाणा माता मंदिर में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। माता के इस अग्नि स्नान को देखने के बाद भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की कामना करते हैं। भक्तों का मानना है कि माता का आशीर्वाद मिलने से सभी संकट दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
संविधान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस घटना को लेकर कई मतभेद भी हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था अटूट है। स्थानीय प्रशासन भी इस घटना को विशेष मानते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित व्यवस्थाएं करता है।
ईडाणा माता का अग्नि स्नान एक रहस्यमयी और आस्था से जुड़ी अनोखी घटना है, जिसे देखने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है। यह चमत्कारी घटना न केवल धार्मिक भावनाओं को प्रबल करती है, बल्कि उदयपुर के पर्यटन और धार्मिक धरोहर को भी विशेष पहचान दिलाती है।