
सोजत, 22 मार्च: शहर का प्रसिद्ध शीतला माता मेला कल अपने चरम पर पहुँच गया। शीतला सप्तमी के शुभ अवसर पर मेले में उत्साह और उमंग की जबरदस्त छटा देखने को मिली। ढोल-चंग की धमाकेदार थाप पर मस्ती में नाचते गैरीये, रंग-बिरंगे गुलाल उड़ाते लोग और रंग बिरंगी पारंपरिक पौशाको मे सजे लोग और हर तरफ खुशियों का माहौल – मानो पूरा सोजत शहर आज मेले के रंग में रंग गया हो।

शहर के अलग-अलग मोहल्लों की गैरे जब शीतला माता मेले में पहुँचीं, तो नगरपालिका द्वारा उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। मेले में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। चाट-पकौड़े के स्वादिष्ट थैलों से लेकर कपड़ों और खिलौनों की दुकानों तक, मेले में खरीदारी करने वालों की भीड़ लगी रही। गन्ने के रस के ठेलों और झूलों ने मेले का आकर्षण और बढ़ा दिया।

आज मेले का आखिरी दिन है और सोजतवासियों ने मेले का जमकर आनंद लिया। देर रात को मेले का समापन हो जाएगा, लेकिन लोगों के मन में अगले वर्ष मेला फिर से लगने की प्रतीक्षा शुरू हो चुकी है। हर किसी के चेहरों पर मेले के अनुभवों की मिठास और यादें साफ झलक रही थीं।

गौरतलब है कि सोजत का यह ऐतिहासिक मेला न केवल शहर के लोगों के लिए, बल्कि आसपास के गाँवों के हजारों-लाखों लोगों के लिए भी 7 दिनो तक आकर्षण का केंद्र बना रहता है। मेले में उमड़ी भीड़ ने इस परंपरा की महत्ता को फिर से सिद्ध करते हुए साबित किया इस शीतला माता मेले को शहरवासी कितना पसंद करते है ।
