सोजत न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होगा बसंत नवरात्र का प्रारंभ
बसंत नवरात्र 2025 का शुभारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि 30 मार्च 2025 को दोपहर 12:49 तक रहेगी। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, देवी की पूजा और घट स्थापना के लिए प्रातः काल का समय सर्वोत्तम माना जाता है। देवी पुराण और तिथि तत्व के अनुसार, इस दिन प्रातः काल में द्विस्वभाव लग्न में घट स्थापना करना सबसे श्रेष्ठ रहेगा। शास्त्रानुसार, बसंत नवरात्र का प्रारंभ एवं घट स्थापना इसी दिन होगी।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
- चर-लाभ-अमृत चौघड़िया: प्रातः 07:55 से दोपहर 12:31 तक।
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:07 से 12:55 तक।
- सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त: सूर्योदय 06:24 से 07:07 तक, इस समय द्विस्वभाव मीन लग्न रहेगी।
नवरात्रि के दौरान माता को अर्पित किए जाने वाले भोग
नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है और प्रत्येक दिन अलग-अलग भोग अर्पित किए जाते हैं।
- प्रथम दिन (मां शैलपुत्री): गाय के घी का भोग, जिससे जीवन में सकारात्मकता आती है।
- द्वितीय दिन (मां ब्रह्मचारिणी): मिश्री व शक्कर का भोग, जिससे दीर्घायु व समृद्धि प्राप्त होती है।
- तृतीय दिन (मां चंद्रघंटा): दूध व दूध से बनी मिठाई का भोग, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
- चतुर्थ दिन (मां कूष्मांडा): मालपुए का भोग, जिससे बुद्धि तेज होती है।
- पंचम दिन (मां स्कंदमाता): केले का भोग, जिससे संतान सुख प्राप्त होता है।
- षष्ठम दिन (मां कात्यायनी): शहद का भोग, जिससे स्वास्थ्य लाभ होता है।
- सप्तम दिन (मां कालरात्रि): गुड़ का भोग, जिससे कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- अष्टम दिन (मां महागौरी): नारियल का भोग, जिससे इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
- नवम दिन (मां सिद्धिदात्री): तिल का भोग, जिससे आध्यात्मिक उन्नति होती है।
कैसे होगी आपकी मनोकामना पूर्ण?
नवरात्रि के दौरान माता की पूजा में नियम, संयम और श्रद्धा का विशेष महत्व होता है। यदि श्रद्धालु विधि-विधान से पूजा करते हैं और माता को समर्पित भोग अर्पित करते हैं, तो उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। विशेष रूप से, नवरात्रि के दौरान माता को लाल चुनरी, नारियल, फल और फूल अर्पित करने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इस बसंत नवरात्रि में शुभ मुहूर्त में घट स्थापना करें और माता के आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख, समृद्धि और शांति से भरें।
यह लेख बसंत नवरात्रि 2025 की महत्वपूर्ण तिथियों, शुभ मुहूर्त, घट स्थापना विधि और देवी को अर्पित किए जाने वाले भोग पर केंद्रित है। यदि आप इसमें कोई और जानकारी जोड़ना चाहते हैं या संशोधन करवाना चाहते हैं, तो बताएं!