रोड़वेज के प्रति उदासीन है सरकार – कविया
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भेजा ज्ञापन
वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही के साथ पवन पहाड़िया डेह नागौर की विशेष रिपोर्ट
मूंडवा, नागौर । राजस्थान रोडवेज यूनियन नागौर शाखा के पूर्व अध्यक्ष एवं राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार खेण निवासी लक्ष्मण दान कविया ने केंद्रीय, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन लिखकर राजस्थान सरकार की राजस्थान रोडवेज के प्रति उदासीनता की जानकारी दी है। कविया ने ज्ञापन में लिखा कि राजस्थान रोडवेज विगत 60 वर्षों से राजस्थान प्रदेशवासियों को सस्ती सुलभ परिवहन सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। प्रदेश की जनता रोड़वेज की सेवाओं से संतुष्ट भी है। 1990 से पूर्व राजस्थान रोड़वेज मुनाफे में था। लगातार तीन बार पूरे भारत में परिवहन निगमों में प्रथम स्थान पर रहा है राजस्थान परिवहन निगम। उसके बाद सरकारी गलत नीतियों के कारण राष्ट्रीयकृत मार्गों पर पर्यटन परमिट के बहाने अवैध वाहनों को चलने का अधिकार दे दिया नतीजन रोड़वेज के आगे आगे अवैध वाहन अबाध गति से संचालित होकर रोड़वेज को भयंकर हानि पहुंचाने लगे जिससे राजस्थान रोड़वेज दिनों-दिन घाटे के गर्त में गिरती चली गई। सरकार ने रोड़वेज को बचाने के लिए कोई उपाय नहीं किए। रोड़वेज का वाहन बेडा़ कम होता गया । नई बसें सरकार की ओर से खरीदने का सहयोग नहीं किया गया। रोड़वेज कर्मियों के सेवानिवृत्त होने पर नी भर्ती नहीं की गई। इस प्रकार रोड़वेज को बंद होने के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। आज समय पर रोड़वेज कर्मियों को कभी भी वेतन नहीं मिलता, रोड़वेज का वाहन बेडा़ भी सीमित हो गया है। अवैध वाहन संचालन को रोकने के सरकार की ओर से कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं। यदि रोड़वेज बंद हो गई तो निजी वाहन राजस्थान की जनता के साथ किराये के बहाने भारी लूट मचा देंगे। राजस्थान सरकार अपने बजट में रोड़वेज को बचाने के लिए कोई पैकेज जारी नहीं कर रही है। कविया ने लिखा कि यह आपसे आग्रहपूर्वक अनुरोध है कि राजस्थान रोडवेज जनसेवा का उपक्रम है उसे बचाने के लिए राजस्थान सरकार को निर्देशित कराने का श्रेय एवं प्रेय कार्य करावें।