✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
अधिकांश महिलाएं अपने जीवनकाल में कभी न कभी स्तन दर्द और सूजन जैसी समस्याओं का अनुभव करती हैं। हालांकि समाज में इसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है या सामान्य माना जाता है, लेकिन चिकित्सकीय दृष्टि से यह लक्षण कई बार गंभीर बीमारियों की ओर भी संकेत कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, स्तनों में दर्द, सूजन, या असहजता कई कारणों से हो सकती है, जिनमें हार्मोनल असंतुलन से लेकर गंभीर संक्रमण और स्तन कैंसर तक शामिल हैं। ऐसे में समय पर पहचान और उपचार आवश्यक हो जाता है।
1. हार्मोनल उतार-चढ़ाव है सबसे आम कारण
30 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में मासिक धर्म से पूर्व हार्मोनल बदलाव स्तनों में सूजन और दर्द की प्रमुख वजह बनते हैं। यह दर्द अक्सर दोनों स्तनों के ऊपरी बाहरी हिस्से में होता है और माहवारी के 3-7 दिन पहले शुरू होकर समाप्ति के बाद खुद ही चला जाता है। यह संकेत प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम का हिस्सा हो सकता है।
2. गर्भावस्था की शुरुआत में भी होता है स्तनों में भारीपन और दर्द
गर्भधारण के शुरुआती हफ्तों में महिलाओं के शरीर में हार्मोन स्तर तेजी से बढ़ता है, जिससे स्तनों का आकार बढ़ने लगता है और उनमें संवेदनशीलता भी बढ़ जाती है। विशेषकर पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं में यह लक्षण अधिक स्पष्ट रूप से देखे जाते हैं।
3. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में सामान्य पर स्थायी दर्द खतरे की घंटी
डिलीवरी के बाद, स्तनपान के दौरान दूध के उत्पादन के चलते स्तनों में भारीपन और हल्का दर्द सामान्य होता है। लेकिन अगर यह दर्द बहुत अधिक या लंबे समय तक बना रहता है, तो यह मैस्टाइटिस (स्तन संक्रमण) या अन्य जटिलताओं की ओर इशारा कर सकता है।
4. स्तन सूजन या मास्टाइटिस – संक्रमण का कारण बन सकता है गंभीर दर्द
अगर स्तन क्षेत्र में लालिमा, गर्माहट, गांठ और लगातार दर्द महसूस हो रहा है, तो यह बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण के कारण हो सकता है। दूध नलिकाओं में रुकावट भी ऐसा दर्द उत्पन्न कर सकती है। इसका तुरंत इलाज आवश्यक है।
5. स्तन सिस्ट – आम लेकिन जांच जरूरी
स्तनों के भीतर तरल से भरी छोटी थैलियों को सिस्ट कहा जाता है। ये अक्सर हार्मोनल बदलावों के चलते बनते हैं और कभी-कभी दर्द का कारण भी बन सकते हैं। अधिकांश सिस्ट सौम्य होते हैं, लेकिन यदि वे तेजी से बढ़ रहे हों या दर्द कर रहे हों, तो मैमोग्राफी या अल्ट्रासाउंड से उनकी जांच कराना चाहिए।
6. स्तन फोड़ा – मवाद से भरी सूजन जो कर सकती है नुकसान
स्तन ऊतक में संक्रमण के कारण मवाद भरने लगता है जिसे फोड़ा कहा जाता है। यह अक्सर स्तनपान के दौरान निप्पल में दरार से बैक्टीरिया के प्रवेश के कारण होता है। फोड़ा दबाने या अनदेखा करने से और जटिलताएं हो सकती हैं, इसलिए चिकित्सकीय परामर्श अनिवार्य है।
7. स्तन कैंसर – दर्द नहीं, बल्कि बिना दर्द की गांठ होती है मुख्य संकेत
अक्सर महिलाएं स्तन दर्द को ही कैंसर का लक्षण समझ लेती हैं, जबकि हकीकत यह है कि स्तन कैंसर में आमतौर पर दर्द नहीं होता। इसका मुख्य संकेत है – एक कठोर, अनियमित आकार की, दर्दरहित गांठ। हालांकि कैंसर के अंतिम चरण में दर्द महसूस हो सकता है, लेकिन शुरुआती जांच से जान बचाई जा सकती है।
चिकित्सकों की सलाह – अनदेखी ना करें, समय पर जांच कराएं
विशेषज्ञों का कहना है कि स्तन संबंधी किसी भी असामान्यता को हल्के में नहीं लेना चाहिए। यदि दर्द, सूजन, रंग में बदलाव, या गांठ महसूस हो, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। समय रहते जांच और सही इलाज से कई गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है।
स्तन दर्द और सूजन भले ही आम समस्याएं लगें, लेकिन यह आपके शरीर की चेतावनी भी हो सकती है। नियमित आत्म परीक्षण, जागरूकता और समय पर चिकित्सा परामर्श आपके स्वास्थ्य को गंभीर खतरे से बचा सकते हैं।
महिलाएं सावधान रहें, स्वस्थ रहें।