✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
लखीसराय, बिहार — बिहार के लखीसराय जिले से एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने सामाजिक रुढ़ियों और पारंपरिक सोच को करारा जवाब दिया है। यह कहानी है 24 वर्षीय प्राइवेट शिक्षक रामप्रवेश कुमार और 22 वर्षीय छात्रा ज्योति कुमारी की, जो चार साल के प्रेम संबंध के बाद, परिवार और समाज के विरोध के बावजूद, थाने में शादी कर एक मिसाल बन गए।
ट्यूशन क्लास से शुरू हुई कहानी
रामप्रवेश अगैया गांव के रहने वाले हैं और प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते हैं। उनकी मुलाकात गुलनी गांव की निवासी ज्योति कुमारी से एक ट्यूशन क्लास में हुई थी। शुरूआती दोस्ती धीरे-धीरे गहराते संबंधों में बदल गई और फिर दोनों एक-दूसरे के प्रेम में पड़ गए। यह रिश्ता करीब चार साल तक चला, लेकिन जब बात विवाह तक पहुंची, तो सामाजिक और पारिवारिक दबाव सामने आ खड़ा हुआ।
पहले से तय थी ज्योति की शादी, लेकिन…
ज्योति की शादी पहले से तय थी और 6 मई को उसकी विदाई होनी थी। लेकिन ज्योति और रामप्रवेश दोनों ने तय कर लिया था कि वे अपनी ज़िंदगी का फैसला खुद करेंगे। शुक्रवार की रात दोनों ने साहसिक कदम उठाते हुए गिद्धौर थाने में पहुंचकर पुलिस से मदद मांगी।
पुलिस की समझाइश के बाद भी नहीं बदला फैसला
गिद्धौर थाने के प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि पुलिस ने पहले दोनों को समझाने की कोशिश की, ताकि वे परिवार की सहमति से निर्णय लें। लेकिन जब दोनों बालिग प्रेमी अपने फैसले पर अडिग रहे, तो पुलिस ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए विवाह की व्यवस्था करवाई।
गांववालों और पुलिस की मौजूदगी में रचाई शादी
गिद्धौर के पंच मंदिर में ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में पूरे रीति-रिवाजों से विवाह संपन्न हुआ। इस मौके पर गांववालों ने इस जोड़ी को आशीर्वाद दिया और उनके साहस की सराहना की।
“हमने अपनी मर्जी से शादी की है”
शादी के बाद ज्योति ने कहा, “हम दोनों बालिग हैं और चार साल से प्रेम करते हैं। हमने अपनी मर्जी से शादी की है।” वहीं, रामप्रवेश ने इसे आपसी सहमति का फैसला बताया और कहा कि वे अब एक-दूसरे के साथ नया जीवन शुरू करने के लिए तैयार हैं।
समाज को नई सोच की ओर ले जाने वाली कहानी
यह प्रेम कहानी केवल दो लोगों के मिलन की नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देने वाली है कि हर व्यक्ति को अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेने का अधिकार है। जब प्यार सच्चा हो और दोनों बालिग हों, तो समाज को भी उनके निर्णय का सम्मान करना चाहिए।
यह कहानी आज के युवा प्रेमियों के लिए प्रेरणा है, जो अपने रिश्ते को न केवल निभाना चाहते हैं, बल्कि सामाजिक बंधनों को चुनौती देकर जीना भी जानते हैं।