सोजत सिटी – पश्चिम बंगाल में वक्फ अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार,और पहलगाव मे मारे गये निर्दोष हिन्दू पर्यटकों को लेकर बुधवार को सोजत सिटी में सर्व हिंदू समाज द्वारा एक विशाल आक्रोश रैली निकाली गई। इस रैली में नागरिकों ने एकजुट होकर न केवल हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई, बल्कि शांति और समझ की अपील करते हुए सरकार से त्वरित कार्रवाई की माँग की।
सोजत के वीरांगना वाहिनी की महिलाओं समेत हिंदू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख नेता और कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक भावनात्मक पत्र भी लिखा गया, जिसमें 12 बिंदुओं में समाधान सुझाए गए हैं।

पत्र में माँग की गई है कि:
हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
केंद्रीय बलों की संख्या बढ़ाई जाए।
वक्फ अधिनियम को पारदर्शी बनाते हुए डिजिटल रिकॉर्ड सार्वजनिक किया जाए।
एक राष्ट्रीय शांति सम्मेलन आयोजित कर सभी समुदायों के बीच संवाद स्थापित किया जाए।
साउंडबाइट के रूप में समाज की भावनाओं को दर्शाते हुए यह पंक्तियाँ सामने आईं:
“हम नफरत की दीवारें नहीं, समझ के पुल चाहते हैं। हमें खून की नदियाँ नहीं, प्रेम की बूँदें चाहिए।”

इस मौके पर वीरांगना वाहिनी की निमिषा, रजनी, जयश्री, भावना, रिषिका, सुनीता, राधिका, खुशी, राशि, पलक, दीपिका, हीना, भगवती, अनुषा, वर्षा, कुसुम, हिमांशी, प्रियंका, कोमल, पूजा, मनीषा, नीतु, दिव्यांशी, अर्चना, पूर्वी, प्रतिज्ञ सहित अनेक महिलाएं उपस्थित थीं।

वहीं, हिंदू जागरण मंच से राकेश सांखला, राहुल सोलंकी, अरविंद वैष्णव, ओम प्रकाश गुरु, विश्व हिंदू परिषद से संतोष सिंह,पाली जिला माली समाज अध्यक्ष ताराचंद सैनी, महेन्द्र टांक, राजा वाल्मीकि, देवेंद्र चौधरी, संघ से भगवान सिंह, महेंद्र गहलोत सहित पार्षद लकी जोशी, प्रवीण तंवर, विकास गेहलोत, पंडित पाचाराम, शैलेंद्र तिवारी, नरपत सोलंकी, नंदकिशोर प्रजापत समेत सैकड़ों लोग इस प्रदर्शन का हिस्सा बने।