✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
अमृतसर, पंजाब: पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में सोमवार देर रात एक बार फिर जहरीली शराब का कहर टूट पड़ा। जहरीली शराब पीने से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। प्रशासन और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। प्राथमिक जांच में शराब की सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को दौरा करने की घोषणा की है।
मजीठा के कई गांवों में मातम, अस्पतालों में अफरा-तफरी
घटना अमृतसर के मजीठा क्षेत्र के कई गांवों में एक साथ सामने आई, जहां सोमवार रात लोगों ने शराब का सेवन किया था। देर रात एक के बाद एक हालत बिगड़ती गई और मंगलवार सुबह तक 17 लोगों की मौत हो चुकी थी। मृतकों में मजदूरी करने वाले, छोटे दुकानदार और खेतिहर लोग शामिल हैं। कई अन्य की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है, जिनका इलाज अमृतसर के सरकारी अस्पताल और अन्य निजी अस्पतालों में जारी है।
प्रशासन की तत्परता, सप्लायर गिरफ्तार
घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शराब के मेन सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि यह शराब अवैध रूप से बनाई गई थी, जिसमें मिथाइल एल्कोहल की मात्रा अधिक पाई गई है। पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है और कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान करेंगे मजीठा का दौरा
घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तुरंत संज्ञान लिया और मंगलवार को मजीठा पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने और प्रशासनिक स्थिति का जायजा लेने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
पूर्व में भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह कोई पहली घटना नहीं है जब पंजाब में जहरीली शराब ने लोगों की जान ली हो। पिछले वर्षों में भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इस बार संख्या ज्यादा होने के कारण एक बार फिर अवैध शराब कारोबार पर सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों में गुस्सा और आक्रोश है, और वे दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, जांच के आदेश
सरकारी अस्पतालों में सभी मृतकों के पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं, जिससे जहरीली शराब की पुष्टि हो सके। जिला कलेक्टर ने मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं, और पुलिस को निर्देश दिया गया है कि शराब की पूरी सप्लाई चेन का पता लगाकर सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।
परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल, प्रशासन से मदद की गुहार
मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। कई परिवारों ने कहा कि उनके घर में कमाने वाला एकमात्र सदस्य ही चला गया। प्रशासन से आर्थिक सहायता और न्याय की मांग की जा रही है।
यह घटना न केवल प्रशासन के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक गंभीर संदेश है कि अवैध शराब का सेवन कितना घातक हो सकता है। मुख्यमंत्री के दौरे के बाद संभावना है कि इस मामले में कुछ और अहम खुलासे हों और सख्त कदम उठाए जाएं।