सोजतसिटी । नेटवर्किंग मार्केट आने वाले वक्त में स्वरोजगार का बड़ा जरिया बनेगी। इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में नेटवर्किंग का कोर्स शुरू हो चुका है। उपभोक्ता मंत्रालय भी नेटवर्किंग वर्क कल्चर को अपना चुका है। अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता जी ने भी आह्वान किया है की कामकाजी महिलाओ के लिये नेटवर्क मार्केटिंग कमाई का अच्छा जरिया बनने जा रहा है।

साथ ही उधोग मंत्री पीयुष गोयल ने भी भारत देश मे मल्टी लेवल मार्केटिंग की असीम संभावनाओ को बताया है। सिल्वर लीडर शारदा पालडिया ने बताया कि मल्टी लेवल मार्कैटिंग मे सेफसाप भारत वर्ष मे पिछले 25 सालो से काम कर रहा है जिनमे धार्मिक ग्रंथो के साथ बच्चो के लिये डिजिटल पुस्तको के साथ रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओ को खरीद कर इस सिस्टम के साथ शुरुआत कर सकते है साथ ही लाखो रुपये कमाने के अवसर मिलते है।
आने वाले समय मे कामकाजी महिलाओ के साथ बेरोजगार व महत्वाकांक्षी लोगो के अच्छी आय का साधन भी बनेगा।
SAFE SHOP द्वारा स्वरोजगार के लिए आयोजित स्थानीय न्यु मार्डन माध्यमिक विधालय मे शुरू हुए चार दिवसीय सेमिनार के प्रथम दिन में विशेषज्ञ गोल्ड लीडर देवीलाल प्रजापति ने लोगों को मल्टी लेवल मार्केटिंग के बारे में विस्तार से बताया।
मल्टीलेवल मार्केटिंग डायरेक्ट सेलिंग में एशिया की नंबर एक मानी जाने वाली डा. सुरेखा भार्गव ने कहा कि घर की कामकाजी महिलाओं के लिए मल्टीलेवल मार्केटिंग वरदान के रूप में काम कर रही है। आर्थिक रूप से एक परिवार के समृद्धिकरण में मल्टीलेवल मार्केटिंग कामयाब रही है। वक्ताओं ने कहा कि अभी भारत में एमएलएम मार्केटिंग दस हजार करोड़ की है लेकिन अगले दो साल में 60 हजार करोड़ से ज्यादा होने वाली है।
नेटवर्किंग मार्केट में एशिया की नंबर वन व आर्थिक रूप से भारत की 35 महिलाओं में शामिल डा. सुरेखा भार्गव ने कहा कि नेटवर्किंग एक फैमिली विजनेस है। इसमें कोई बंदिश नहीं है। आपको टारगेट खुद सेट करने है। आपको कितना कमाना है, यह खुद तय करना है। डा. भार्गव ने कहा कि आज के दौर में युवाओं व महिलाओ के साथ साथ हर उम्र के लोगों के लिए स्वरोजगार मात्र मल्टी लेवल मार्केटिंग ही दे सकती है
नेटवर्क मार्केटिंग, जिसे मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) भी कहा जाता है, एक व्यवसाय मॉडल है जिसमें वितरकों के नेटवर्क का उपयोग करके उत्पादों या सेवाओं का विपणन और बिक्री की जाती है. इस मॉडल में, व्यक्ति न केवल सीधे उत्पादों या सेवाओं को बेचकर आय अर्जित करते हैं, बल्कि दूसरों को अपने नेटवर्क में शामिल होने के लिए भर्ती करके भी आय अर्जित करते हैं.
नेटवर्क मार्केटिंग कैसे काम करता है?
- उत्पाद या सेवा की पहचान:
नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां विशिष्ट उत्पादों या सेवाओं को विकसित या प्राप्त करती हैं जिन्हें वे बेचती हैं. - वितरक का नेटवर्क:
कंपनियां स्वतंत्र वितरकों का नेटवर्क बनाती हैं जो उत्पादों को बेचते हैं और नए वितरकों की भर्ती करते हैं. - व्यक्तिगत बिक्री:
वितरक अपने उत्पादों को सीधे ग्राहकों को बेचकर आय अर्जित करते हैं. - टीम के निर्माण:
वितरक अपने नेटवर्क में अन्य वितरकों को शामिल करके टीम बनाते हैं. - प्रशिक्षण और समर्थन:
कंपनियां वितरकों को अपने उत्पादों के बारे में जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान करती हैं, साथ ही उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करती हैं. - आय और कमीशन:
वितरक न केवल अपने व्यक्तिगत उत्पादों की बिक्री से बल्कि अपनी टीम के सदस्यों की बिक्री से भी आय अर्जित करते हैं। उनकी आय को कमीशन, बोनस और अन्य प्रोत्साहन के माध्यम से भुनाया जाता है।
नेटवर्क मार्केटिंग के लाभ:
कम निवेश:
नेटवर्क मार्केटिंग में अक्सर कम प्रारंभिक निवेश की आवश्यकता होती है, जिससे यह उन लोगों के लिए एक आकर्षक अवसर बन जाता है जो अपने व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं.
फ्रीडम और लचीलापन:
नेटवर्क मार्केटिंग में आप अपने समय और स्थान को नियंत्रित कर सकते हैं, जिससे यह उन लोगों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाता है जो पारंपरिक नौकरी से स्वतंत्रता चाहते हैं.
आर्थिक अवसर:
नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने पर आप एक अच्छा आय अर्जित कर सकते हैं, जिससे यह उन लोगों के लिए एक आकर्षक अवसर बन जाता है जो अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं.
व्यक्तिगत विकास:
नेटवर्क मार्केटिंग में आपको अपने कौशल और क्षमताओं को विकसित करने का अवसर मिलता है, जिससे यह उन लोगों के लिए एक आकर्षक अवसर बन जाता है जो खुद को बेहतर बनाना चाहते हैं.
नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा व्यवसाय मॉडल है जो उन लोगों के लिए एक आकर्षक अवसर हो सकता है जो कम निवेश के साथ एक अच्छा आय अर्जित करना चाहते हैं। सेमिनार मे सिल्वर लीडर शारदा, सम्पत राज, विमला, निर्मला कंवर,संगीता कंवर, प्रीति चौहान, मंजु चौहान,छगनलाल,ऋतुराजसिंह,रतनलाल, सुरेश प्रजापत,महेन्द्र सिंगाडिया सहित जनसाधारण उपस्थित थे। यह जानकारी मनोहर पालडिया ने दी।