सोजत। वरिष्ठ नागरिक समिति द्वारा भारतीय सैनिकों के सम्मान में एक भावनात्मक एवं प्रेरणादायक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ओजपूर्ण पंक्तियों से हुई— “कहनी है हमें एक बात देश के पहरेदारों से, संभल के रहना अपने घर में छुपे हुए गद्दारों से।”—जिन्हें समिति अध्यक्ष सुरेश ओझा ने अपने जोशीले अंदाज में प्रस्तुत करते हुए देशवासियों को सजग रहने का संदेश दिया।

ओझा ने देश की वीर नारियों, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साहसिक योगदान का उल्लेख करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भारत सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया।
इस अवसर पर सोजत सेवा मंडल के सचिव पुष्पतराज मुणोत ने एक भावुक राष्ट्रभक्ति कविता प्रस्तुत की, जिसने सभा को भावविभोर कर दिया। गोष्ठी के मुख्य अतिथि समाजसेवी अनौपसिंह लखावत ने पहलगाम हमले की कठोर निंदा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की वीरता का एक नया अध्याय है।

पेंशनर समाज के अध्यक्ष लालचंद मोयल ने भारतीय सैनिकों के पराक्रम पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि पूरा विश्व भारतीय सेना का लोहा मानता है। वहीं, भूतपूर्व सैनिक संगठन के सचिव अशोक सेन ने राष्ट्र सर्वोपरि होने की बात दोहराई।
गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि सूबेदार पाबूसिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर को देश की शान बताया और कहा कि इससे देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।

वरिष्ठ कवि-कथाकार डॉ. रशीद गौरी ने अपनी कविता— “है मां भारती, दुश्मनों को तेरे ऐसा सबक सिखाएंगे, सिंदूर उजाड़ा तेरी संतानों का, दोजख़ उसे दिखाएंगे।”—के माध्यम से शौर्य को काव्यमय श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक समिति सचिव हीरालाल आर्य, पेंशनर समाज सचिव रामस्वरूप भटनागर, पूर्व खेल अधिकारी सत्तूसिंह भाटी, भारत विकास परिषद के प्रकाश सोनी सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने अपने उद्बोधन में भारतीय सैनिकों के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
पूर्व शिक्षाविद बगतसिंह राजपुरोहित ने एक देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर सभा को ऊँचाइयाँ प्रदान कीं। कार्यक्रम में देवीलाल सांखला, हितेंद्र व्यास, प्रभुलाल रांगी, मदनलाल चौहान, हवलदार जोगसिंह, मोहनलाल राठौड़ सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन वरिष्ठ नागरिक समिति के उपाध्यक्ष सत्यनारायण गोयल के आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी उपस्थितजनों का धन्यवाद ज्ञापित किया और एक स्वर में भारतीय सेना के शौर्य को नमन किया गया।