पत्रकार संजय परिहार कि रिपोर्ट।
सोजत ग्राम पंचायत रामासनी बाला में जल संरक्षण को लेकर एक प्रेरणादायक अभियान की शुरुआत हुई, जिसमें ग्रामीणों और श्रमिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। “जल है तो कल है” के नारे के साथ आयोजित इस अभियान में जागरूकता की नई लहर दौड़ गई।
अभियान के तहत सभी श्रमिकों ने जल बचाने की शपथ ली और गांव में जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्भरण की दिशा में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वार्ड पंच एवं मेट श्री नारायण सिंह जोधा, गोतम मेवाड़ा, मनीष मेवाड़ा, बाबु भाटी तथा प्रकाश मेवाड़ा उपस्थित रहे।

इन सभी जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यदि आज पानी को नहीं बचाया गया, तो भविष्य संकट में पड़ सकता है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे जल के प्रत्येक बूंद का मूल्य समझें और गांव को जल संपन्न बनाने में सहयोग करें।
ग्रामवासियों की भारी उपस्थिति और सक्रिय सहभागिता ने इस अभियान को और भी प्रभावशाली बना दिया। इस मुहिम ने स्पष्ट संदेश दिया कि ग्रामीण भारत जल संरक्षण की दिशा में सजग और प्रतिबद्ध है।