मीडिया में आई खबर को लेकर जमाअते इस्लामी हिन्द ब्यावर का आया बयान, अपने स्वार्थ के लिए लोगों को व प्रशासन को गुमराह नहीं करें।

ब्यावर। 29 जुलाई 2025
मीडिया में आई खबर को लेकर जमाअते इस्लामी हिन्द ब्यावर के सह सचिव मुमताज़ अली ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि
जमाअते इस्लामी हिन्द, ब्यावर कहना चाहती है कि मीडिया में जो खबर आई है। या जिनके नाम हैं यह पहले से ही हिन्दू हैं। अब पता नहीं यह लोग और मीडिया के लोग ऐसी बातें करके किया स्वार्थ सिद्धि करना चाहते हैं। लेकिन अपने स्वार्थ के लिए लोगों को व प्रशासन को गुमराह नहीं करें। और इलाके में जो भाईचारा व आपसी प्रेम बना हुआ है उसको बना रहने दें। प्रशासन को हमेशा चाक-चौबंद रहना चाहिए। ऐसी बयानबाजी या खबरें इलाके में कभी भी बड़ा मसला खड़ा कर सकती हैं। तो ऐसी भ्रमाक बातें करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वरना गलत बयानी करने वालों का कुछ नहीं बिगड़ेगा। परेशानी का सामना जनता या प्रशासन को ही करना पड़ेगा । इसलिए जनता को चाहिए कि अफ़वाहों पर ध्यान नहीं दे । और कोई भी बात हो या सुनीं जाए तो पहले उसकी हकीकत की जानकारी जरूर हासिल कर ले। इनकी बातों से लग रहा है कि इस्लाम जोर जबरदस्ती का धर्म है। ऐसा बिलकुल भी नहीं है क़ुरआन कहता है धर्म में कोई जोर-जबरदस्ती नहीं है। और ना ही दूसरे धर्मों को बुरा भला कहो। जब क़ुरआन की शिक्षा यह हो तो किसी भी मुसलमान को जोर-जबरदस्ती करने का हक़ नहीं है। और अगर कोई ऐसी हरकत करेगा तो वह ईश्वर (अल्लाह) के सामने सजा का भागीदार होगा। जब इस्लाम में इसकी इजाजत ही नहीं है तो वह वैसा क्यों करेगा। और मेरी जानकारी के मुताबिक कोई भी धर्म जोर-जबरदस्ती की शिक्षा नहीं देता है। हां यह काम मन घड़ंत ,पाखन्डी, स्वार्थी या अज्ञानी लोग ही कर सकते हैं। ऐसे ही लोगों से धर्म बदनाम होता है। ऐसे लोगों का सामाजिक व धार्मिक बहिष्कार होना चाहिए। और भ्रमाक बातें या अफ़वाहों फैलाने वालों पर मुकदमात भी दायर होने चाहिए। और अगर् अदालतें गलत करने वालों को सजाएं देगी तो लोग ग़लत बयानी या अपराध करने से डरेंगे। जनता से अपील है कि भ्रमाक, झूठी बातों पर ध्यान नहीं दे। और हमेशा उस श्लोक को याद रखें कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हम सब हैं भाई – भाई। जब ही देश में अम्न – शान्ति, भाईचारा रह सकता है।