राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर हलचल मची हुई है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष सचिन पायलट ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपति गौतम अडानी को बचाने का काम कर रही है। पायलट ने यह भी कहा कि कांग्रेस उद्योगपतियों के खिलाफ नहीं है, लेकिन किसी विशेष व्यक्ति को फायदा पहुंचाने की नीति देश के लिए घातक हो सकती है।
भाजपा की नीतियों पर हमला
सचिन पायलट ने अपने बयान में कहा कि भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार और पूंजीपतियों के साथ मिलीभगत करके देश के संसाधनों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, “हम उद्योगपतियों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जब सरकार किसी एक उद्योगपति को बचाने के लिए देश की संपत्तियों और संसाधनों का इस्तेमाल करती है, तो यह गलत है। गौतम अडानी का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।”
पायलट ने भाजपा की नीतियों को आक्रामक और जनविरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुप है और जहां-जहां भ्रष्टाचार हुआ है, वहां खुलासा होना चाहिए।

अडानी को बचा रही बीजेपी? सचिन पायलट ने केंद्र सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल
राहुल गांधी का मुद्दा
सचिन पायलट ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने देश में उद्योगपति-राजनीतिक गठजोड़ के मुद्दे को बहुत पहले ही उजागर कर दिया था। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने संसद से लेकर सड़कों तक इस मुद्दे को उठाया। कांग्रेस का स्पष्ट रुख है कि किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
पायलट ने यह भी कहा कि भाजपा की रणनीति कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाना बनाने की रही है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को बदनाम करना, कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाना भाजपा की आदत बन चुकी है।”
मणिपुर हिंसा का मुद्दा
सचिन पायलट ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा भी उठाया और भाजपा पर वहां की स्थिति की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मणिपुर में हिंसा और महिलाओं के शोषण की घटनाएं हो रही हैं। यह सब भाजपा की विफलताओं का नतीजा है। दुर्भाग्य से, भाजपा की नजर में मणिपुर की केवल दो सीटें हैं, इसलिए वे वहां के मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है।”
डोटासरा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन
राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में सचिन पायलट ने भी हिस्सा लिया और अपने संबोधन में भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आम लोगों के मुद्दों को उठाया है और उठाती रहेगी।
पायलट ने कहा, “आज भाजपा सरकार की नीतियों के कारण गरीब और मध्यम वर्ग के लोग परेशान हैं। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर भाजपा पूरी तरह से विफल रही है।”
भाजपा को माफी मांगनी चाहिए
सचिन पायलट ने भाजपा पर अंबेडकर और उनके विचारों को अपमानित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा ने अंबेडकर के विचारों का मजाक उड़ाया है और यह असहनीय है। भाजपा को इसके लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।”
राजस्थान सरकार की उपलब्धियां
सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस एक बार फिर जीत हासिल करेगी।
पायलट ने कहा, “हम सब एकजुट हैं। आज किसी के पास पद है तो किसी के पास नहीं, लेकिन कांग्रेस पार्टी हर गांव, हर ढाणी में मौजूद है। हम जनता की आवाज उठाते रहेंगे और भाजपा की विफलताओं को उजागर करेंगे।”
कांग्रेस की तैयारी
सचिन पायलट ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा जनता के हितों को प्राथमिकता दी है। हमारी सरकार ने गरीबों और किसानों के लिए काम किया है। हम आगामी चुनावों में जनता के बीच इन्हीं मुद्दों को लेकर जाएंगे।”
भाजपा के खिलाफ कांग्रेस का मोर्चा
राजस्थान में भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन यह साबित करता है कि पार्टी एकजुट होकर काम कर रही है। सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा जैसे नेताओं का सक्रिय होना कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित कर रहा है।
निष्कर्ष
राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस और भाजपा के बीच संघर्ष तेज होता जा रहा है। सचिन पायलट का केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाना और गौतम अडानी के मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमला करना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस आगामी चुनावों के लिए आक्रामक रणनीति अपना रही है।
कांग्रेस की एकजुटता और भाजपा की नीतियों की आलोचना इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में राज्य में सियासी तापमान और बढ़ेगा।