डीडवाना जिले में पुलिस प्रशासन ने अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 5 करोड़ रुपए की नशीली सामग्री का निस्तारण किया। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा की देखरेख में की गई। जिले के सात पुलिस थानों में दर्ज 11 मुकदमों में जब्त मादक पदार्थों को नष्ट करने की यह प्रक्रिया एनडीपीएस अधिनियम के तहत पूरी की गई।

5 करोड़ की नशे की खेप को पुलिस ने जलाकर किया नष्ट
11 मुकदमों में जब्त मादक पदार्थों का निस्तारण
डीडवाना जिले के पीलवा, परबतसर, लाडनूं, खूनखुना, मौलासर, कुचामन और डीडवाना थानों की विभिन्न कार्रवाइयों में जब्त की गई अवैध सामग्री को खुले मैदान में जलाया गया। नष्ट किए गए मादक पदार्थों में शामिल थे:
- 2006 किलो डोडा पोस्ट
- 580 ग्राम हीरोइन
- 540 ग्राम ब्राउन शुगर
- 1.7 ग्राम एमडीएम
कलेक्ट्रेट के पास मैदान में निस्तारण
रिंग रोड स्थित कलेक्ट्रेट के पास खुले मैदान में पुलिस ने इन मादक पदार्थों को जलाकर राख में तब्दील कर दिया। जले हुए नशीले पदार्थों को बाद में जमीन में गड्ढा खोदकर दफन किया गया, ताकि यह पूरी तरह से नष्ट हो सके और पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान न हो।
पुलिस अधीक्षक स्वयं रहे मौजूद
इस कार्रवाई के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा खुद मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि अवैध मादक पदार्थों का निस्तारण एनडीपीएस अधिनियम के नियमों के तहत गठित कमेटी द्वारा किया गया। यह कदम थानों के मालखानों को खाली करने और अनावश्यक नशीली सामग्री को हटाने के लिए उठाया गया।
थानों में मादक पदार्थों का भार होगा कम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के थानों में बड़ी मात्रा में जब्त अवैध मादक पदार्थों को सुरक्षित रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। इन पदार्थों का निस्तारण कर न केवल मालखानों को खाली किया गया है, बल्कि इससे थानों में अनावश्यक भार भी कम होगा।
नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
डीडवाना जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई एक बार फिर दर्शाती है कि अवैध नशीले पदार्थों को लेकर प्रशासन जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है। इससे जिले में नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त संदेश गया है।
यह कार्रवाई समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में पुलिस गंभीरता से जुटी हुई है।