✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य को सुधारने और शरीर को बलिष्ठ बनाने के लिए सबसे उपयुक्त समय माना जाता है। इस दौरान अगर सही तरीके से खानपान और घरेलू नुस्खों का पालन किया जाए, तो शरीर को भरपूर ऊर्जा, शक्ति, और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान की जा सकती है। यहां सर्दियों में बल और पुष्टि के लिए 10 अचूक उपाय दिए जा रहे हैं, जो न केवल शरीर को स्वस्थ बनाएंगे, बल्कि मानसिक और शारीरिक मजबूती भी प्रदान करेंगे।
1. उड़द की दाल और शहद का मिश्रण
रात में भिगोई हुई 1 चम्मच उड़द की दाल को सुबह महीन पीस लें। इसमें 2 चम्मच शुद्ध शहद मिलाकर सेवन करें। इसके 1 से 1.30 घंटे बाद मिश्री वाला दूध पीएं। सर्दियों में यह प्रयोग करने से शरीर बलवान और सुडौल बनता है, साथ ही वीर्य की वृद्धि होती है।
2. शतावरी चूर्ण का सेवन
दूध के साथ 2-3 ग्राम शतावरी चूर्ण का सेवन करें। यह दुबले-पतले व्यक्तियों और महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। यह चूर्ण स्नायु संस्थान को भी शक्ति देता है।
3. खजूर और सिंघाड़े का सेवन
रात में भिगोए गए 5-7 खजूर को सुबह खाकर दूध पिएं। इसके अलावा, सिंघाड़े का देशी घी में बना हलवा खाएं। यह शरीर को पुष्ट और ऊर्जावान बनाता है।
4. सौंफ और पानी का प्रयोग
रात में सोने से पहले भुनी हुई सौंफ खाकर पानी पीने से दिमाग और आंखों की कमजोरी दूर होती है।
5. आंवला, घी और शहद का मिश्रण
आंवला चूर्ण, घी और शहद समान मात्रा में मिलाकर एक चम्मच रोज सुबह सेवन करें। यह शरीर के बल, नेत्रज्योति, वीर्य, और कांति को बढ़ाता है। साथ ही, हड्डियां भी मजबूत बनती हैं।
6. अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग
100 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को 20 ग्राम घी में मिलाकर मिट्टी के पात्र में रखें। सुबह 3 ग्राम चूर्ण को दूध के साथ सेवन करें। यह शरीर को हृष्ट-पुष्ट बनाने और बल-वीर्य को बढ़ाने का कारगर उपाय है।
7. शक्तिवर्धक खीर
3 चम्मच गेहूं का दलिया और 2 चम्मच खसखस को रातभर पानी में भिगो दें। सुबह इसमें दूध और मिश्री डालकर पकाएं। यह खीर अत्यंत शक्तिवर्धक है।
8. हड्डी जोड़ने वाला हलवा
गेहूं के आटे में गुड़ और 5 ग्राम बला चूर्ण मिलाकर हलवा बनाएं। यह हलवा टूटी हुई हड्डियों को जल्दी जोड़ने में मदद करता है और दर्द में आराम पहुंचाता है।
9. हरी और सूखी मेथी का सेवन
सर्दियों में हरी या सूखी मेथी खाने से शरीर के 80 प्रकार के वायु रोगों में राहत मिलती है।
10. मट्ठा और गोमूत्र का सेवन
उदर रोगों के लिए मट्ठा और देशी गाय का मूत्र अत्यंत लाभदायक है। गोमूत्र न मिलने पर गोझरण अर्क का उपयोग किया जा सकता है।
सर्दियों में यह 10 घरेलू नुस्खे अपनाने से शरीर को स्वस्थ, मजबूत और रोगमुक्त रखा जा सकता है। यह उपाय न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाने में भी मदद करते हैं।