
भूमि कन्वर्जन के लिए मांगे थे 90 हजार, पहले ले चुका था 60 हजार
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बालोतरा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बालोतरा के सिणधरी क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पटवारी किशनाराम को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। उसने भूमि कन्वर्जन की एवज में 90 हजार रुपये की मांग की थी, जिसमें से पहले ही वह 60 हजार रुपये ले चुका था।
ACB के एएसपी नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई, जिसमें टीम ने जाल बिछाकर पटवारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
कैसे हुआ पूरा मामला?
ACB को शिकायत मिली थी कि पटवारी किशनाराम एक व्यक्ति से उसकी भूमि के कन्वर्जन के लिए 90 हजार रुपये की मांग कर रहा है। पहले चरण में वह 60 हजार रुपये ले चुका था और शेष 30 हजार रुपये की मांग कर रहा था। शिकायत की पुष्टि के बाद ACB ने जाल बिछाया और जैसे ही पटवारी ने रिश्वत की रकम ली, उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
ACB की टीम ने ऐसे रचा जाल
ACB के एएसपी नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम ने शिकायतकर्ता को रिश्वत की रकम लेकर पटवारी के पास भेजा। जैसे ही पटवारी ने पैसे लिए, ACB की टीम ने तत्काल उसे पकड़ लिया। मौके पर ही रिश्वत की राशि बरामद कर ली गई और पटवारी को हिरासत में ले लिया गया।
पटवारी के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
ACB ने आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। अब आगे की जांच में यह पता लगाया जाएगा कि क्या आरोपी पटवारी पहले भी इसी तरह की रिश्वतखोरी में लिप्त था।
राजस्थान में बढ़ रही ACB की कार्रवाई
गौरतलब है कि राजस्थान में ACB लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है। हाल ही में कई सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। बालोतरा में हुई इस कार्रवाई से प्रशासन में हड़कंप मच गया है और लोगों को उम्मीद है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐसे कदम आगे भी जारी रहेंगे।
जनता को ACB से उम्मीद
ACB की इस कार्रवाई के बाद जनता में एक सकारात्मक संदेश गया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर नकेल कसी जा रही है। राजस्थान में ऐसे मामलों को लेकर लोग जागरूक हो रहे हैं और ACB को शिकायतें देकर भ्रष्टाचारियों को पकड़वाने में मदद कर रहे हैं।
पटवारी किशनाराम की गिरफ्तारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार करने वालों पर अब कानून की पकड़ और मजबूत हो रही है। ACB की इस साहसिक कार्रवाई से प्रशासनिक तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।