✍️.वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट।
सोजत। पेंशनर समाज के अध्यक्ष श्री लालचंद मोयल ने पूर्व सैनिक संगठन द्वारा पेंशनर भवन में आयोजित पुलवामा हमले की छटी पुण्यतिथि पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने पुलवामा हमले को आतंकवादियों की कायराना हरकत बताया और कहा कि देश इन शहीदों की कुर्बानी को कभी नहीं भूल सकता।
पूर्व सैनिक संगठन के सचिव हवलदार अशोक सेन ने पुलवामा हमले की पूरी जानकारी दी और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका बलिदान याद किया। उन्होंने हमले के दौरान देश की सुरक्षा में जान देने वाले सैनिकों की वीरता को भी सराहा।
पूर्व खेल अधिकारी सत्तू सिंह भाटी ने अपने संबोधन में कहा कि सेना की बहादुरी और शौर्य पर हमें गर्व है और हम हमेशा अपने जवानों के साहस को याद करेंगे।
पुलमावा के कायराना हमले में शहीद हुए जांबाज शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कवि-कथाकार डॉ रशीद गौरी ने कहा कि पुलमावा के शहीदों की शहादत पर हमें गर्व है। उनकी शहादत को नमन करते है।
कार्यक्रम में कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए, जिनमें रामस्वरूप भटनागर, महेंद्र माथुर आदि शामिल थे। इस दौरान कई पूर्व सैनिक और पेंशनर भी उपस्थित थे, जिनमें सार्जेंट नाथू सिंह भाटी, हवलदार भंवर सिंह जैतावत, हवलदार रामचंद्र गहलोत, जोग सिंह, सुबेदार पाबू सिंह जैतावत, मोहम्मद यासीन खरादी आदि शामिल थे।
कार्यक्रम का सरल और प्रभावशाली संचालन शायर कवि अब्दुल समद राही ने किया। अंत में 2 मिनट का मौन रखकर सभी ने शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस आयोजन के माध्यम से शहीदों के प्रति सम्मान और श्रद्धा व्यक्त की गई।
यह कार्यक्रम पुलवामा हमले के शहीदों को याद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया, जिसमें समाज के हर वर्ग ने अपने सैनिकों के प्रति अपनी श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त की।