
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बीकानेर – बीकानेर के नोखा तहसील के केड़ीली गांव में चार दिन पहले सरकारी स्कूल में हुए दर्दनाक हादसे में तीन मासूम बच्चियों की मौत के बाद आखिरकार परिजनों और प्रशासन के बीच समझौता हो गया। शुक्रवार देर रात तक चले धरना-प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने मुआवजा और अन्य मांगों को स्वीकार किया, जिसके बाद तीनों बच्चियों का पोस्टमार्टम किया गया। आज (शनिवार) को भारती, रविना और प्रज्ञा (8) का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
देर रात धरना खत्म, प्रशासन ने मांगी माफी
शुक्रवार सुबह से ही परिजन और ग्रामीण नोखा से बीकानेर तक प्रदर्शन कर रहे थे। 70 किमी दूर बीकानेर पहुंचकर उन्होंने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। देर रात नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने 20-20 लाख रुपये मुआवजा, एक-एक परिजन को संविदा नौकरी और स्कूल में बच्चियों की याद में लाइब्रेरी बनाने की मांग को स्वीकार किया।
सांसद बेनीवाल धरना स्थल पर पहुंचे, दिया न्याय का भरोसा
मौके पर पहुंचे सांसद हनुमान बेनीवाल ने परिजनों का समर्थन करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रशासन ने तुरंत कदम उठाते हुए बीडीओ (विकास अधिकारी) और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया। साथ ही स्कूल प्रधानाध्यापक और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई।
कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार को केड़ीली गांव के सरकारी स्कूल में आठ वर्षीय प्रज्ञा, भारती और रविना खेलते हुए स्कूल परिसर में बने वाटर टैंक (टांका) के ऊपर पहुंच गईं। अचानक टैंक की छत की पट्टियां टूट गईं और तीनों बच्चियां 20 फीट गहरे टैंक में गिर गईं। पानी और मलबे के नीचे दबने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
दोषियों पर एफआईआर दर्ज, प्रशासन सख्त
इस मामले में दो एफआईआर दर्ज हुई हैं:
- परिजनों की शिकायत पर स्कूल प्रधानाध्यापक संतोष, शिक्षक सुनील, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भंवरलाल जानू, विकास अधिकारी जसवंत सिंह बिश्नोई सहित अन्य अधिकारियों पर केस दर्ज हुआ।
- पुलिस की तरफ से दर्ज दूसरी एफआईआर में तत्कालीन सरपंच राम कुमार चौधरी, ग्राम विकास अधिकारी रामलखन मीणा, कनिष्ठ अभियंता शिवलाल चौधरी सहित अन्य को आरोपी बनाया गया।
समझौते के प्रमुख बिंदु:
✅ प्रत्येक पीड़ित परिवार को 20-20 लाख रुपये मुआवजा
✅ परिवार के एक सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी
✅ स्कूल में 50 लाख से 1 करोड़ की लागत से लाइब्रेरी और कमरे का निर्माण
✅ बीडीओ और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी निलंबित
✅ अन्य दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी
अब आगे क्या?
शनिवार को बच्चियों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी स्कूलों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाएगी।