
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
🔴 हाई ब्लड प्रेशर: एक साइलेंट किलर
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) यानी उच्च रक्तचाप एक आम समस्या बन गई है। यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि इसे “साइलेंट किलर” कहा जाता है क्योंकि यह बिना लक्षण दिखाए धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। अगर इसे समय पर नियंत्रित नहीं किया गया तो हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेलियर और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
हाई बीपी दो चीजों से तय होता है:
- हृदय द्वारा पंप किए गए रक्त की मात्रा
- धमनियों में रक्त प्रवाह के खिलाफ प्रतिरोध
अगर आपका हृदय अधिक रक्त पंप करता है और धमनियां संकरी हो जाती हैं, तो ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
🔵 उम्र के अनुसार सामान्य ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
यह जानना जरूरी है कि उम्र के अनुसार सामान्य BP कितना होना चाहिए:
अगर आपका ब्लड प्रेशर इन मानकों से ऊपर जाता है, तो यह हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है और आपको इसे नियंत्रित करने की जरूरत है।
🟡 हाई ब्लड प्रेशर के कारण
हाई बीपी के कारण दो प्रकार के होते हैं:
1️⃣ प्राइमरी हाई ब्लड प्रेशर
यह उम्र बढ़ने के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है और इसके पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं होता।
2️⃣ सेकेंडरी हाई ब्लड प्रेशर
यह किसी अन्य बीमारी या जीवनशैली के कारण होता है, जैसे:
✔️ गुर्दे की बीमारियां
✔️ थायरॉयड की समस्या
✔️ ओब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया
✔️ ज्यादा नमक और वसा युक्त भोजन
✔️ मोटापा और शारीरिक गतिविधियों की कमी
✔️ धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन
✔️ तनाव और मानसिक दबाव
✔️ डायबिटीज और अन्य हार्मोनल समस्याएं
🟠 हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
हाई बीपी आमतौर पर बिना किसी लक्षण के होता है, लेकिन कुछ लोगों में निम्न लक्षण दिख सकते हैं:
⚠️ सिरदर्द
⚠️ चक्कर आना
⚠️ सांस लेने में तकलीफ
⚠️ नाक से खून बहना
⚠️ सीने में दर्द
⚠️ आंखों की रोशनी कमजोर होना
⚠️ पेशाब में खून आना
अगर आपको ये लक्षण बार-बार महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
🟢 हाई ब्लड प्रेशर से होने वाली गंभीर बीमारियां
अगर हाई बीपी को नियंत्रित नहीं किया गया तो यह कई खतरनाक बीमारियों को जन्म दे सकता है:
✔️ हार्ट अटैक और स्ट्रोक – हाई बीपी से धमनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
✔️ गुर्दे की विफलता (किडनी फेलियर) – रक्त संचार में रुकावट से किडनी प्रभावित होती है, जिससे धीरे-धीरे किडनी फेल हो सकती है।
✔️ धमनीविस्फार (एन्यूरिज्म) – ब्लड प्रेशर बढ़ने से धमनियों की दीवारें कमजोर हो जाती हैं, जिससे उनका फटना घातक हो सकता है।
✔️ आंखों की रोशनी कम होना – हाई बीपी से आंखों की रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं, जिससे दृष्टि कमजोर हो सकती है।
✔️ मेटाबोलिक सिंड्रोम – हाई बीपी के साथ डायबिटीज, मोटापा और हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर यह एक गंभीर स्थिति बन जाती है।
✔️ याददाश्त की समस्या – हाई बीपी से दिमाग की रक्त वाहिकाएं संकुचित हो सकती हैं, जिससे याददाश्त और सोचने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
🔵 हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के घरेलू उपाय
अगर आप हाई बीपी को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो निम्न उपाय अपनाएं:
✅ कम नमक और फैट वाला भोजन करें – ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, इसलिए रोजाना 5 ग्राम से ज्यादा नमक न लें।
✅ हरी सब्जियां और फल खाएं – पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे केला, पालक, नारियल पानी, संतरा और दही का सेवन करें।
✅ शरीरिक गतिविधि बढ़ाएं – रोजाना कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज या वॉक करें।
✅ तनाव कम करें – ध्यान (मेडिटेशन) और योग से मानसिक तनाव को नियंत्रित करें।
✅ धूम्रपान और शराब से बचें – ये आदतें ब्लड प्रेशर को और बढ़ा सकती हैं।
✅ पर्याप्त नींद लें – हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
✅ खट्टे फलों का सेवन करें – नींबू, संतरा और अनार जैसे फलों में मौजूद विटामिन-C ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
✅ डॉक्टर से नियमित जांच कराएं – बीपी चेकअप नियमित रूप से कराएं ताकि किसी गंभीर स्थिति से बचा जा सके।
🔴 हाई बीपी के लिए योग और प्राणायाम
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए निम्न योगासन और प्राणायाम फायदेमंद हैं:
🧘 अनुलोम-विलोम प्राणायाम
🧘 कपालभाति प्राणायाम
🧘 भ्रामरी प्राणायाम
🧘 बालासन (Child Pose)
🧘 सुखासन (Easy Pose)
🧘 वज्रासन (Thunderbolt Pose)
ये योगासन रक्त प्रवाह को सामान्य बनाए रखते हैं और तनाव को कम करते हैं, जिससे हाई बीपी कंट्रोल में रहता है।
हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर लेकिन नियंत्रित की जाने वाली समस्या है। इसे सही खान-पान, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली से नियंत्रण में रखा जा सकता है। अगर बीपी बार-बार बढ़ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और उचित उपचार करें।
स्वस्थ रहें, सतर्क रहें!