
मुकीत खान के साथ अब्दुल समद राही की विशेष रिपोर्ट
खंडवा/ उज्जैन। उज्जैन ज़िले का उमरिया गाँव जहाँ से हज के लिए हैं 65 लोग. एक ही गाँव से 65 लोगों का हज पर जाना हैरत की भी और ख़ुशी की भी बात है, कुछ ज़िलें ऐसे भी हैं जहाँ कोटा नाम मात्र का होने के बावजूद वहाँ उतने भी फार्म नहीं भराते उस ज़िले का कोटा दूसरे ज़िले को देना पड़ता है, उज्जैन ज़िले में आने वाली बड़नगर तहसील का गाँव उमरिया जहाँ से हज कमेटी के ज़रिये से हज 2025 में 65 पिलग्रिम हज के लिए रवाना होंगे अगर कुछ और वेटिंग क्लियर होती है तो यह आंकड़ा 70 तक पहुँच सकता है, हज-उमराह की तरफ लोगों का बड़ता रुझान यक़ीनन ख़ुशी की बात है एक अकेले गाँव से 65 लोगों का हज यात्रा पर जाना मिसाल है,
मध्यप्रदेश हज वेलफेयर सोसायटी के जनरल सेक्रेटरी आबिद शेख, बड़नगर ने बताया उमरिया से इस साल हज पर जा रहै यात्रियों में आधे लोग युवा हैं बल्कि 65 लोगों की इस टीम में 13 साल की खुश नूर भी शामिल है, हज के लिए गाँव से इतनी ज़्यादा तादाद होने की वजह ज़मीन ज़ायदाद अच्छी होने के साथ लोगों का इस ओर रुझान भी बड़ा है, उज्जैन ज़िले से इस साल 708 हज यात्री हैं जिनमें बड़नगर तहसील से कुल 125 हाजी हैं,
हज कमेटी ऑफ इण्डिया के हज ट्रेनर मोहम्मद आरिफ मंसूरी, खाचरोद ज़िला उज्जैन ने बताया हज के लिए नाम का सिलेक्शन होते ही लोग ट्रेनिंग में भी उसी जज़्बे के साथ शामिल होते हैं, हज को सीखकर जाने की फ़िक्र आज़मीन में देखी जा सकती है, जगह-जगह होने वाली ट्रेनिंग में आरिफ मंसूरी द्वारा हज पर जाने वालों को हज के दौरान क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए, हर साल सऊदी सरकार और हज कमेटी भारत सरकार की तरफ से क्या बदलाव हो रहैं हैं, हज यात्रियों को दोनों सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में ट्रेनिंग के दौरान विस्तृत से जानकारी दी जाती है।.